जींद, 16 अप्रैल (हप्र)
फरवरी महीने में हुए किसान आंदोलन में जींद जिले के दाता सिंहवाला बॉर्डर के पास पंजाब के युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत के मामले की जांच के लिए न्यायिक आयोग 18 अप्रैल को जींद पहुंचेगा। आयोग दाता सिंहवाला बॉर्डर के इस पार और उस पार दोनों तरफ की जगह का मौका-मुआयना करेगा। न्यायिक आयोग के आगमन को देखते हुए जींद प्रशासन अपनी तरफ से तैयारी में जुटा है।
गौरतलब है कि फरवरी में हुए किसान आंदोलन के दौरान जींद जिले के दाता सिंहवाला बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच सीधा टकराव हुआ था, जिसमें पुलिस को वाटर कैनन तथा रबर बुलेट आदि चलानी पड़ी थी। इसी दौरान 21 फरवरी को पंजाब के शुभकरण की मौत हो गई थी, जिसके शव का पोस्टमॉर्टम पटियाला के अस्पताल में करवाया गया था।
इस मामले में 7 दिन बाद पंजाब पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। किसान संगठनों ने आरोप लगाया था कि शुभकरण सिंह की मौत हरियाणा पुलिस की गोली लगने से हुई है। पुलिस ने इससे मना किया था, लेकिन संगरूर के डीसी ने कहा था कि शुभकरण सिंह की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई है। बाद में जांच के लिए पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया था। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने किसान शुभकरण सिंह की मौत के मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए थे।
न्यायिक आयोग में पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस के अलावा पंजाब और हरियाणा से दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को शामिल किया गया है। आयोग जो जानकारी मांग सकता है, वह पहले से जुटाने में डीसी मोहम्मद इमरान रजा और एसपी सुमित कुमार लगे हुए हैं।
आंदोलन के दौरान जींद में विशेष रूप से तैनात किए गए नूंह के एसपी नरेंद्र बिजारणिया भी बृहस्पतिवार को नरवाना पहुंचेंगे। उनके अलावा जींद के डीसी मोहम्मद इमरान रजा और एसपी सुमित कुमार तथा दूसरे संबंधित अधिकारी भी जांच के सिलसिले में मौके पर मौजूद रहेंगे।