हिसार, 29 अप्रैल (हप्र)
सोमवार को यूएचसी आजाद नगर में कार्यरत डॉक्टर पर तानाशाही एवं महिला एमपीएचडब्ल्यू कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार का आरोप लगाते हुए बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन की एक आपातकालीन मीटिंग आज जिला मलेरिया कार्यालय में बुलाई गई। इसकी अध्यक्षता जिला प्रधान अनिल गोयत द्वारा की गई। जिला प्रधान अनिल और जिला सचिव प्रताप सहरावत ने संयुक्त बयान जारी कर बताया कि पिछले काफी समय से यूएचसी आजाद नगर में कार्यरत डॉक्टर द्वारा महिला एमपीएचडब्ल्यू कर्मचारियों के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार एवं अभद्र भाषा बोलने की शिकायत यूनियन को मिल रही थी। उन्होंने कहा कि डॉक्टर द्वारा बार-बार महिला कर्मचारियों को ‘गोबर खाने’ एवं ‘ऐसी-तैसी करवाने’ जैसे शब्दों का प्रयोग करके अपमानित किया जा रहा है और ड्यूटी कार्य के नाम पर बहुत ज्यादा प्रताडि़त किया जा रहा है। एमपीएचडब्ल्यू कैडर स्वास्थ्य विभाग में रीढ़ की हड्डी है। स्वास्थ्य से संबंधित धरातल पर सारी सेवाएं एमपीएचडब्ल्यू कैडर ही उपलब्ध करवाता है लेकिन अधिकारी बार-बार हमारे कर्मचारियों का शोषण करते हैं। जिसे एसोसिएशन किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी।
जिला मुख्य सलाहकार जितेंद्र मालिक एवं पूर्व जिला सचिव बजरंग सोनी ने बताया कि अधिकारियों द्वारा बार-बार एमपीएचडब्ल्यू कैडर की उपेक्षा की जा रही है। सब सेंटर लेवल पर कोई भी मूलभूत सुविधाएं नहीं है और काम का अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है। एसोसिएशन ने आज सीएमओ हिसार को पत्र द्वारा महिला उत्पीड़न के लिए डॉक्टर के खिलाफ जांच करने व विभागीय कार्यवाही के लिए लिखा है। अगर एक सप्ताह में डॉक्टर के विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई तो एसोसिएशन आंदोलन के लिए बाध्य होगी। आज प्रदर्शन में जिला हिसार के सभी ब्लॉकों के पदाधिकारी एवं सक्रिय साथियों ने भाग लिया जिसमें ब्लॉक प्रधान अमित, सुदेश रानी, सपना, सरोज, रेनूका, कोमल, मुकेश, भारती, सीमा, सरला, सोनिया सहित सभी कर्मचारी उपस्थित रहे।