सुनील दीक्षित/निस
कनीना, 29 अप्रैल
कनीना में 40 वर्ष पूर्व बनाए गए बस स्टैंड भवन के कंडम होने एवं उसे तोडे जाने के 4 माह बाद तक यात्रियों को इस बुनियादी सुविधा को पुन: पाने के लिये जूझना पड़ रहा है। नया बस स्टैंड भवन न बनने के कारण यात्री सर्दी, गर्मी,आंधी-बारिश के समय खुले आसमान के नीचे बसों का इंतजार करने को मजबूर हैं। लोगों का कहना है कि यात्रियों को भवन के साथ-साथ बैठने की बेंच, शौचालय एवं पेयजल की समस्या से भी दो-चार होना पड़ रहा है। एक अनुमान के मुताबिक कनीना बस स्टैंड से 1800 से 2500 यात्री प्रतिदिन सफर करते हैं।
यात्री एडवोकेट मनोज शर्मा, ओपी यादव, संतोष देवी, रितु, राहुल, दिलावर सिंह आदि ने बस स्टैंड का नया भवन बनने तक अस्थाई रूप से टीनशैड लगाने तथा शौचालय एवं शुद्व पेयजल उपलब्ध कराने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि बीते दिसबंर-जनवरी माह में बस स्टैंड का भवन तोड़ने के बाद यहां शौचालय एवं स्वच्छ पेयजल का भी अभाव बना हुआ है। जबकि परिवहन विभाग सुस्त है।
क्या कहते हैं महाप्रबंधक
इस बारे में हरियाणा राज्य परिवहन नारनौल के महाप्रबंधक अनीत यादव ने बताया कि कनीना बस स्टैंड भवन तोड़े जाने के बाद चीफ आर्किटेक्ट की ओर से नक्शा तैयार किया जा चुका है। बजट को मंजूरी नहीं मिल सकी है। लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत आदर्श चुनाव आचार संहिता लगी हुई है। यात्रियों की सुविधा के लिए शीघ्र ही अस्थाई रूप से टीनशैड लगवाया जायेगा। इसके लिए प्रदेश मुख्यालय को पत्र भेजकर मंजूरी मांगी गई है। शौचालय तथा टीनशैड की भी जल्द व्यवस्था की जाएगी।