सोनीपत, 25 अप्रैल (हप्र)
शहर में पेयजल किल्लत को लेकर अब लोगों के सब्र का बांध टूटने लगा है। ऐसे में इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने सोमवार को नगर निगम के खिलाफ हल्ला बोला। इनेलो कार्यकर्ताओं ने शहरवासियों के साथ नगर निगम के बाहर धरना दिया। इसके बाद निगम आयुक्त धर्मेंद्र को ज्ञापन सौंपकर स्थिति बेहतर करने की मांग की। वहीं, चेतावनी भी दी कि यदि हालत बेहतर नहीं हुए तो निगम के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा।
पेयजल की समस्या को लेकर आलम यह है कि आए दिन लोग नगर निगम में शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। अधिकारी आश्वासन देने से आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं। शहर में हाल में 25 एमएलडी पानी की मांग है, लेकिन नगर निगम 14 एमएलडी पानी की ही पूर्ति कर पा रहा है। यह मांग का केवल 60 प्रतिशत ही है। ऐसे में पानी को लेकर शहर के हर गली मोहल्ले में किल्लत है।
इनेलो के जिला अध्यक्ष कृष्ण मलिक ने कहा कि करोड़ों रुपये खर्च करके भी सरकार लोगों तक पानी नहीं पहुंचा पा रही है। लोग पेजयल की व्यवस्था करने के लिए एक से दूसरी कॉलोनी के धक्के खा रहे हैं। खरीदकर पानी पी रहे है तो कहीं लोग गलियों में सबमर्सिबल लगवाने को मजबूर हैं। शिकायत के बावजूद निगम में कोई सुनवाई नहीं हो रही है। मलिक ने बताया कि शहर के लाइन पार क्षेत्र की विकास नगर, मालवीय नगर, वेस्ट रामनगर, शिव कालोनी, गढ़ी घसीटा कालोनी समेत अन्य इलाकों में पेयजल समस्या बढ़ती जा रही है। इनेलो पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने निगम आयुक्त धर्मेंद्र को ज्ञापन सौंपकर समाधान की मांग की। वहीं, चेताया भी कि समाधान न होने पर अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा।
ढोकर पानी लाने को मजबूर लोग
नूंह/मेवात (निस): जिलावासियों को प्रचंड गर्मी व रमजान माह में बिजली-पानी संकट से निजात नहीं मिल पा रही है। लोगों का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों की कथित लापरवाही से समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। दरअसल, जिले में जलदाय व बिजली विभाग के अधिकारियों के पास दूसरी जगहों का अतिरिक्त पदभार होने के कारण उनके अधीनस्थ कर्मचारियों का एक ही जवाब यह होता है कि साहब फील्ड में हैं। ग्रामीण क्षेत्र में इन दिनों प्रचण्ड गर्मी में पेयजल सप्लाई नियमित न होने से ग्रामीणों में रोष हैं और वह दूर-दराज से सिर पर बर्तन रखकर पानी लाने या टैंकर से पानी खरीदकर गुजारा करना पड़ रहा है। इस बारे में जलदाय विभाग के कार्यवाहक एसडीई असर खां का कहना है कि भूमिगत जल नीचे चले जाने व बिजली का कट लगने से वाटर सप्लाई प्रभावित हो रही है और साथ ही कहा कि गर्मी व रमजान माह में पेयजल व्यवस्था के प्रति वह गंभीर हैं।