करनाल, 14 जनवरी (हप्र)
करनाल शहर के बीचोंबीच अब फ्लाईओवर बनेंगे। सिटी में ट्रैफिक जाम का कोई उपाय न मिलने के बाद सरकार ने रेलवे रोड और ओल्ड जीटी रोड पर फ्लाईओवर की इस परियोजना को हरी झंडी दिखा दी है।
करनाल में ट्रैफिक कंजेशन कैसे खत्म हो, इसे लेकर करनाल स्मार्ट सिटी लिमिटेड काफी दिनों से प्रयासरत था। बीते साल भी इस परियोजना पर चर्चा हुई, लेकिन रेलवे रोड के दुकानदारों ने विरोध किया था। शुक्रवार को उपायुक्त एवं केएससीएल के सीईओ निशांत कुमार यादव ने लघु सचिवालय के सभागार में फ्लाईओवर प्रोजेक्ट को लेकर तैयार रिक्वेस्ट फॉर प्रॉपोजल पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट करीब 150 करोड़ रुपये का है, आज चर्चा के बाद इसे फाइनल कर दिया है। अगले सप्ताह ही इसका टेंडर लगाने जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि फ्लाईओवर के दो भाग है। एक भाग में ये रेलवे रोड स्थित खालसा कॉलेज चौक से प्रारम्भ होकर महर्षि वाल्मीकि चौक- पुरानी सब्जी मंडी रोड-मुगल कैनाल से होते हरियाणा नर्सिंग होम तक बनेगा। इसकी लम्बाई करीब पौने 3 किलो मीटर होगी। इसी प्रकार दूसरे भाग में उपरगामी पुल महर्षि वाल्मीकि चौक से प्रारम्भ होकर ओल्ड जीटी रोड यानी पुराना बस अड्डा-कर्ण पार्क से होकर अम्बेडकर चौक पर समाप्त होगा। यह करीब 1 किलो मीटर लम्बा होगा। महर्षि वाल्मीकि चौक टी प्वाईंट रहेगा। फ्लाई ओवर के दोनों सेक्शन में कुल 95 पिलर बनाए जाएंगे। यह दो लेन का होगा।
खत्म होगी ट्रैफिक कंजेशन
उपायुक्त ने बताया कि फ्लाईओवर का निर्माण यातायात को सुगम बनाने में मील का पत्थर साबित होगा। शहर के व्यस्त मार्गों पर चलने वाले वाहनों को सुविधा मिलेगी, जगह-जगह जाम नहीं लगेंगे। शहर के नागरिकों को फ्लाईओवर की बड़ी सौगात मिलेगी। ट्रैफिक का कंजेशन शहर के महर्षि वाल्मीकि चौक से रेलवे रोड और चौक से पुरानी सब्जी मंडी रोड पर रहता है। इसी प्रकार महर्षि वाल्मीकि चौक से पुराने बस अड्डे और अम्बेडकर चौक तक भी ट्रैफिक कंजेशन और जाम की स्थिति बनी रहती है।