हिसार, 22 जून (हप्र)
संयुक्त किसान संघर्ष समिति के बैनर तले बालसमंद तहसील पर किसानों का धरना बुधवार को 42वें दिन व चौकी पर कब्जा सातवें दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता साधुराम नाई व राजकुमार टाक सुंडावास ने की, वहीं शांति, बाला, बिमला, रोशनी व कलावती बांडाहेड़ी क्रमिक अनशन पर बैठी।
प्रधान सुरेंद्र आर्य ने कहा कि डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा के साथ कमेटी की वार्ता हुई, उसमें दिया गया समय चार दिन बाद पूरा
हो जाएगा।
अगर इन बीच सरकार व प्रशासन ने किसानों की मांगों को पूरा नहही किया तो किसान बड़ा फैसला लेने पर मजबूर होंगे। मास्टर सतबीर गढवाल ने का कि डिप्टी स्पीकर ने मुआवजे की मांग को वार्ता में जल्द पूरी करवाने की बात कही थी। इसी बात को ध्यान में रखते हुए 23 जून को लघुसचिवालय के प्रस्तावित घेराव को वापस लिया गया था। लेकिन किसानों का आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ है और जब तक किसानों के खातों में मुआवजे की राशि नहीं डाली जाएगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
धरनास्थल पर किसानों की बढ़ती संख्या इसका परिचायक है। दलित समाज से रमेश सरसाना व दलबीर बुड़ाक ने धरना स्थल पर पहुंचकर अपना समर्थन दिया। इस मौके पर विजय भांभू, विरेंद्र पूनिया, सत्यवीर पूनिया, बलबीर, बलवान ढांडा, सतपाल जाखड़, ज्ञान बासड़ा, देवीलाल, डॉ बनवारी, राजकुमार सुंदरिया, बलराज बिजला, पूनम, कुलदीप डोभी, राकेश भांभू सहित भारी संख्या में किसान मौजूद थे।