ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
नयी दिल्ली, 9 मई
खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में कथित तौर पर शामिल होने के आरोप में कनाडा में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए तीन भारतीयों ने अब तक राजनयिक पहुंच की मांग नहीं की है। इस बात का जिक्र करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने दोहराया कि मामले में अब तक कनाडा की ओर से भारत को कोई ‘विशिष्ट’ सबूत या सूचना प्रदान नहीं की गयी है।
जायसवाल ने कहा कि कनाडा ने भारत को गिरफ्तारियों के बारे में तो सूचित कर दिया है, लेकिन इस विषय पर कोई औपचारिक राजनयिक नोट नहीं आया है। निज्जर हत्याकांड पर कनाडा के आरोपों के संबंध में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘पहले मैं यह स्पष्ट कर दूं कि कनाडाई अधिकारियों द्वारा आज तक कोई विशिष्ट या प्रासंगिक साक्ष्य या जानकारी साझा नहीं की गई है। इसलिए आप हमारे विचार को समझिए कि मामले का पहले से ही आकलन किया जा रहा है।’
अपनी साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में जायसवाल ने कहा, ‘जाहिर तौर पर, राजनीतिक हित काम कर रहे हैं। हम लंबे समय से कहते आ रहे हैं कि अलगाववादियों, चरमपंथियों और हिंसा की वकालत करने वालों को कनाडा में राजनीतिक स्थान दिया गया है। हमारे राजनयिकों को चेतावनियां दी गयी हैं और उनके कर्तव्यों के पालन में बाधा उत्पन्न की गई है। हमने कनाडाई अधिकारियों को बता दिया है कि भारत में संगठित अपराध से जुड़े लोगों को कनाडा में प्रवेश और निवास की अनुमति दी जा रही है।’ उल्लेखनीय है कि कनाडा में पुलिस ने पिछले हफ्ते तीन भारतीय नागरिकों पर निज्जर की हत्या का आरोप लगाया था। ये सभी अध्ययन वीजा पर थे। जायसवाल ने यह भी शिकायत की कि कनाडाई अधिकारियों के साथ कई चर्चाओं के बावजूद, भारत द्वारा दायर कई प्रत्यर्पण अनुरोधों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। विदेश मंत्रालय ने ओटावा पर आरोप लगाया कि वहां भगोड़ों, गैंगस्टरों को प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। ऐसे लोग उनकी धरती से भारत विरोधी गतिविधि को अंजाम दे रहे हैं।