दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 26 फरवरी
हरियाणा में स्कूलों में आए 629 बच्चों का शारीरिक तापमान 100 डिग्री सेल्िसयस से अधिक मिला है। 15 शिक्षकों का तापमान भी 100 डिग्री सेल्िसयस से अधिक पाया गया। चरणबद्ध तरीके से स्कूल खोल रही राज्य सरकार ने 24 फरवरी से ही तीसरी से पांचवीं तक के बच्चों को स्कूल बुलाना शुरू किया था। थर्मल स्कैनिंग में इन बच्चों व शिक्षकों का टेम्परेचर अधिक मिलने के बाद हड़कंप है। इसके बाद स्कूल में किसी बच्चे को एंट्री नहीं होने दी।
यह मौसमी बुखार भी हो सकता है, लेकिन सरकार किसी तरह का जोखिम नहीं लेगी। ऐसे में बच्चों के अभिभावकों से कहा गया है कि वे अपने बच्चों का कोरोना टेस्ट कराएं। इन बच्चों की रिपोर्ट सभी जिलों के सिविल सर्जन के अलावा जिला शिक्षा अधिकारियों व जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों के पास भी पहुंच गई है। प्रदेश के 19 जिलों का यह आंकड़ा है। चंडीगढ़ मुख्यालय तक भी इनकी रिपोर्ट आ गई है।
दरअसल, सरकार ने स्कूलों को खोलते वक्त ही स्पष्ट कर दिया था कि अभिभावकों की मंजूरी के बिना बच्चे स्कूल नहीं आएंगे। थर्मल स्कैनिंग अनिवार्य रूप से की जाएगी। सामान्य से अधिक टेम्परेचर होने पर स्कूलों में एंट्री नहीं मिलेगी। सभी के लिए फेस मास्क लगाना अनिवार्य होगा। सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का भी पालन करना जरूरी है। इसी के चलते जिन बच्चों का टेम्परेचर 100 से अधिक मिला, उनमें से किसी को स्कूल के अंदर नहीं जाने दिया गया। उन्हें वापस घर भेज दिया। साथ ही, उनके परिजनों को भी सूचित कर दिया और उन्हें टेस्ट करवाने को कहा है। शैक्षणिक सत्र के आखिर में स्कूल खोलने को लेकर पहले से ही सवाल उठ रहे हैं। प्राइवेट स्कूलों द्वारा वार्षिक एग्जाम के शैड्यूल तक जारी किए जा चुके हैं, लेकिन फिर भी सरकार ने यह फैसला लिया। एक बार इस फैसले को वापस भी लिया गया था, लेकिन फिर 24 से स्कूल खोल दिए। पहली से दूसरी कक्षा के बच्चों को भी पहली मार्च से स्कूल बुलाने का निर्णय हो चुका है।
76 प्रतिशत तक पहुंची हाजिरी
वहीं स्कूल खोलने के बाद इनमें हाजिरी 76 प्रतिशत तक हो गई है। केवल 24 फीसदी विद्यार्थी ऐसे हैं, जिनके माता-पिता अभी भी उन्हें स्कूल नहीं भेज रहे हैं। शिक्षा निदेशालय द्वारा इस संबंध में प्रदेश के सभी जिलों से एक रिपोर्ट मंगवाई गई है। इसी के आधार पर आने वाले दिनों में स्कूलों में परीक्षाओं का आयोजन तथा नए शिक्षा सत्र को लेकर तैयारी की जाएगी। प्रदेश में फिर से कोरोना केस बढ़ने लगे हैं। ऐसे में राज्य सरकार स्कूलों के मुद्दे पर बेहद गंभीरता दिखा रही है। समीक्षा एप के जरिये स्कूलों में आने वाले विद्यार्थियों की हाजिरी का रिकार्ड रखा जा रहा है।
फरीदाबाद में ज्यादातर बच्चे आए स्कूलों में
बृहस्पतिवार तक सभी जिलों में औसतन 76 फीसदी उपस्थिति दर्ज की गई है। फरीदाबाद जिले में सबसे अधिक 96 फीसदी विद्यार्थियों ने स्कूलों में हाजिरी लगाई। नूंह में सबसे कम 26 फीसदी बच्चे ही स्कूल आ रहे हैं। पंचकूला व सोनीपत जिलों में अभी तक औसतन 94 फीसदी बच्चे स्कूल आ रहे हैं।
सभी स्कूलों के मुखियाओं को निर्देश हैं कि थर्मल स्कैनिंग के बिना किसी की भी स्कूल में एंट्री नहीं होगी। जिन बच्चों का टेम्परेचर अधिक मिला है, उनमें से किसी को स्कूल में एंट्री नहीं दी गई। उनके टेस्ट भी करवाए जाएंगे।
-कंवरपाल गुर्जर, शिक्षा मंत्री हरियाणा
जिला अनुसार रिपोर्ट
अम्बाला के विभिन्न स्कूलों में 15 बच्चों का तापमान 100 डिग्री सेल्िसयस से अधिक पाया गया। भिवानी में 45, चरखी दादरी में 5, फरीदाबाद में 76, फतेहाबाद में 25, गुरुग्राम में 42, हिसार में 33, झज्जर में 32, जींद में 44, कैथल में 52, करनाल में 29, कुरुक्षेत्र में 37, महेंद्रगढ़ में 20, मेवात में 13, पलवल में 34, पंचकूला में 8, पानीपत में 25, रेवाड़ी में 61 व रोहतक में 33 बच्चों का तापमान अधिक होने के चलते उन्हें घर भेजा गया। भिवानी के सरकारी स्कूल में कार्यरत 1 अध्यापक, गुरुग्राम में 1, हिसार में 2, जींद में 3, करनाल में 1, कुरुक्षेत्र में 2, पानीपत में 1 व रोहतक में 4 अध्यापकों का तापमान भी बढ़ा हुआ पाया गया।