नरेंद्र ख्यालिया/निस
हिसार, 21 जुलाई
शिक्षा विभाग की सख्ती, जिला शिक्षा अधिकारियों का मार्गदर्शन और शिक्षकों की मेहनत के परिणाम अब सामने आने लगे हैं। जिससे सरकारी स्कूलों में छात्र संख्या बढ़ रही है। छात्र संख्या बढ़ने से अंतिम सांस ले रहे प्रदेश के 25 स्कूलों को जीवनदान मिल गया है।
मौलिक शिक्षा निदेशालय ने डीईईओ की रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए छात्र संख्या बढ़ने पर 25 राजकीय प्राथमिक स्कूलों को फिर से खोलने के आदेश जारी कर दिए हैं। इनमें से काफी स्कूल तो 2016 में बंद किए गए थे। अब 11 जिलों में बंद स्कूल खुल रहे हैं। शिक्षकों की मेहनत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मई 2021 में बंद किए गए 15 स्कूलों की छात्र संख्या उस समय मात्र 84 थी, जोकि अब बढ़कर 284 हो गई है, यानि 200 विद्यार्थियों की बढ़ोतरी देखने को मिली है।
इसी प्रकार से 2016 व 2019 में बंद किए गए 10 स्कूलों की छात्र संख्या उस समय 133 थी, जोकि अब बढ़कर 290 हो गई है और इनमें 3 स्कूल तो ऐसे हैं जिनकी छात्र संख्या बंद करते समय शून्य थी और अब इन स्कूलों में छात्र संख्या 52, 21 और 28 हो गई है। इनमें 52 की छात्र संख्या वाला स्कूल जीपीएस ढाणी बुढा खेड़ा (हिसार) में स्थित है। डीईईओ धनपत राम ने बताया कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय ढाणी बुढा खेड़ा का पहले सौंदर्यकरण करवाया गया। इसके बाद ग्रामीणों से संपर्क साध गया। शिक्षकों ने घर-घर जाकर सरकार व शिक्षा विभाग की योजनाओं से अवगत करवाया और 52 बच्चों का दाखिला स्कूल में हो गया, जिसकी रिपोर्ट पर निदेशालय ने कार्रवाई करते हुए फिर से खोल दिया है।
इनको मिली राहत
निदेशालय द्वारा फिर से खोले गए स्कूलों की जानकारी संबंधित डीर्ईईओ की भेज दी है, जिसमें सबसे ज्यादा स्कूल जिला महेंद्रगढ़ के 8, कुरुक्षेत्र के 4, यमुनानगर के 3, भिवानी व गुरुग्राम 2-2 और अम्बाला, हिसार, करनाल, रोहतक, सोनीपत व पलवल जिला के एक-एक स्कूल शामिल हैं।