गुरुग्राम, 28 सितंबर (हप्र)
नगर निगम वार्ड 25 की इंद्र कालोनी का रास्ता नगर निगम अधिकारियों की मनमर्जी के कारण बीते करीब तीन साल से बंद पड़ा है। कालोनी में बसे 250 से ज्यादा घरों को जाने वाले रास्ते को कूड़े व कंक्रीट के ढेरों से पाट दिय गया है। निगम ने कागजों में तो इस कालोनी का रास्ता कई बार बनवा दिया, लेकिन धरातल पर अभी भी सीवर डालने के लिए खोदे गए गड्ढे खुले पड़े हुए हैं।
इंद्र कालोनी बादशाहपुर के टीकली रोड पर बसी हुई है। निगम क्षेत्र के शामिल होने के साथ ही इस कालोनी के बुरे दिनों की शुरुआत भी हो गई थी। इससे पहले पंचायत समिति की ओर से इस कालोनी में टाइल्स का पक्का रास्ता बना हुआ था, लेकिन निगम दायरे में शामिल के बाद टीकली रोड समेत कई इलाकों में सीवर लाइन डालने, गलियां बनाने सहित कई कार्यों का ठेका करीब 50 करोड़ रुपए में चंडीगढ़ की एक कंपनी को दे दिया गया। इस कंपनी ने टीकली रोड के साथ-साथ इंद्र कालोनी में सीवर डालने के लिए गड्ढे तो खोद दिए, लेकिन बाद में काम बीच में ही छोड़कर चली गई। अधूरे पड़े कुछ कार्यों को पूरा करने के लिए फरीदाबाद की राय कंस्ट्रक्शन नामक कंपनी को ठेका सवा दो करोड़ रुपए में दिया गया। निगम अधिकारियों की मेहरबानी से इस कंपनी ने भी बिना काम किए ही करीब 45 लाख रुपए की पेमेंट ले ली। कालोनी के निवासी नरेश सैनी बताते हैं कि इस मामले की शिकायत नगर निगम के अधिकारियों से लेकर सीएम विंडो तक भी कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। उनका आरोप है कि सीएम विंडों पर की गई शिकायत को भी निगम अधिकारियों ने दबा दिया। टीकली रोड से इंद्र कालोनी की ओर जाने वाली मुख्य गली को सीवर लाइन डालने के लिए खोदा गया था।
वाहन भी नहीं ले जा पाते घर
कालोनी वालों के पास यातायात के साधन मसलन कार व टू-व्हीलर्स भी हैं लेकिन बीते तीन साल से ये अपने वाहनों को अपने घरों तक नहीं ले जाए पाए हैं। इनकी मानें तो बीमारी या आपात स्थिति में इनके सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो जाती हैं। कालोनी की हालत को लेकर एक्सईएन गोपाल कलावत समेत कई अधिकारियों से संपर्क किया गया लेकिन किसी ने कोई जवाब नहीं दिया।