गुरुग्राम, 20 सितंबर (हप्र)
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा, ‘केंद्र ने किसानों को अपनी फसल की डायरेक्ट मार्केटिंग के लिए वो भी विकल्प दिए हैं, जो पहले से थे ही नहीं। इसका मतलब यह कहीं नहीं है कि मंडी और एमएसपी के विकल्प समाप्त किए गए हैं, ये विकल्प निरंतर जारी रहेंगे।’
रविवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष ने दावा किया कि नए कृषि कानूनों के मामले में कांग्रेस सिर्फ किसानों को बहकाने का काम कर रही है। वे बोले, ‘भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली पांच सदस्यीय कमेटी ने दिसंबर 2010 में एक रिपोर्ट सौंपी थी, जिसमें किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए और विकल्प उपलब्ध करवाने की सिफारिश की थी। ये किसानों को आगे बढ़ते नहीं देख सकते थे इसलिए इस रिपोर्ट को दबाकर बैठ गए।’ धनखड़ बोले, ‘भाजपानीत केंद्र सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें अपनी फसल की ब्रिकी के लिए और भी विकल्प उपलब्ध कराए हैं तो कांग्रेस अब विरोध पर उतर आई है।’
उन्होंने कहा कि अब भूपेंद्र सिंह हुड्डा और राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए कि उन्होंने गलत रिपोर्ट दी थी या फिर राजनीति करना बंद कर किसानों को समझाएं। उन्होंने कहा कि अब किसानों को देश में कहीं से भी अपनी फसल बेचने की छूट मिल गई है। वह खुद प्रदेश सरकार में कृषि मंत्री रहे हैं तथा संगठन में किसान प्रकोष्ठ की बड़ी जिम्मेदारी निभाई हैं, इसलिए वे हमेशा ही पैरी अर्बन एग्रीकल्चर की वकालत करते हैं ताकि किसान बिचौलियों के चंगुल से निकलकर सीधे उपभोक्ता तक पहुंच बना सके।
वह बोले, ‘कई बार ऐसा भी होता है कि किसान छह महीने में उतना नहीं कमा पाता जितना बिचौलिया सिर्फ छह दिन में कमा ले जाता है। जबकि न फसल उसकी और न वह मेहनत करता है, फिर किसान कमाई में बिचौलिए से पीछे क्यों रहे।’ इस मौके पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सूरजपाल अम्मू ने कहा कि विपक्ष का आंदोलन सिर्फ झूठ पर आधारित है और कांग्रेस द्वारा प्रायोजित है। इसका कोई आधार नहीं है।
‘ विरोध करने वाले जजपा नेता मुद्दे पर करें बात’
प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि जजपा के जो विधायक इन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं वे सिर्फ सुनी हुई बातों पर गौर कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘जजपा वाले जो भी साथी विरोध कर रहे हैं वे इन कृषि कानूनों पर क्लाॅज दर क्लाॅज बात करें। सिर्फ जो फैलाया जा रहा है उस पर बात करने से कुछ नहीं होगा।’