नवीन पांचाल/हप्र
गुरुग्राम, 11 अगस्त
तेजी से विकसित होती अवैध कालोनियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय आंखें मूंदकर बैठे सोहना नगर परिषद के अफसरों को अब इनके खिलाफ कार्रवाई की सुध आ गई है। परिषद के अधिकारियों का दावा है कि शीघ्र ही अवैध कालोनियों से संबंधित जानकारी सूचीबद्ध कर सरकार को भेजी जाएगी, ताकि इनके खिलाफ एक्शन लिया जा सके। कालोनी काटने वालों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई जाएगी।
गुरुग्राम क्षेत्र में सबसे ज्यादा अवैध कालोनी सोहना नगर परिषद एरिया के तहत विकसित हुई हैं। ऐसा नहीं है कि परिषद के अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं, लेकिन ये अधिकारी जान बूझकर आंखें बंद किए बैठे रहे। बात यहीं खत्म नहीं होती परिषद के दायरे में आने वाली करीब 100 एकड़ जमीन पर भू माफिया ने कालोनी काटकर बेच डाली, लेकिन अभी तक इस जमीन को मुक्त करवाना तो दूर इसके बारे में परिषद के अधिकारी बात करने को भी तैयार नहीं हैं। तत्कालीन डीसी पीसी मीणा ने सरकारी जमीन पर फार्म हाउस काटकर बेचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 1800 एकड़ जमीन एक ही आदेश में परिषद के नाम दर्ज करवा दी थी।
गौरतलब है कि कुछ समय पहले तक नगर परिषद ने दावा किया था कि अरावली हिल्स में अवैध तरीके से बनाए फार्म हाउसों को तोड़ा जाएगा। इसके लिए परिषद के अधिकारियों ने जोर शोर से नोटिस देने का अभियान चलाया लेकिन अचानक यह अभियान ऐसे ठंडे बस्ते में डाल दिया कि अब इसके बारे में बात करने को भी तैयार नहीं हैं।
कालोनियों का डाटा किया जाएगा तैयार
अब जब प्रदेश सरकार अवैध कालोनियों को लेकर सख्त रवैया अपना रही है तो परिषद के अधिकारियों को अपने क्षेत्र में भी बड़े पैमाने पर काटी जा रही अवैध कालोनियों की सुध आई है। परिषद सीमा क्षेत्र में अवैध कालोनियों को चिन्हित करने के लिए सर्वे किया जाएगा। यह काम एक टीम के नेतृत्व में होगा। इसमें एमई, जेई व बिल्डिंग इंस्पेक्टर को शामिल किया गया है। यह टीम उन क्षेत्रों का दौरा करेगी जहां अवैध कालोनियों काटी गई। इन अवैध कालोनियों का पूरा डाटा तैयार किया जाएगा।