पुष्पेश पंत
कहते हैं हम हर वक्त कुछ नया सीखते रहते हैं। हाल ही में लंदन से प्रकाशित द गार्जियन के एक लेख में यह जानकारी दी गई कि एमारेंथ जिसे हिंदी में रामदाना कहते हैं, वह हमारी मिट्टी की असल उपज नहीं है। बल्कि इसके बीज लैटिन अमेरिका से दुनिया के बाकी देशों में फैले। उल्लेखनीय है कि रामदाना के न केवल बीज गुणकारी हैं बल्कि इसके पत्तों को भी विभिन्न व्यंजनों और उनकी सजावट के लिये इस्तेमाल किया जाता है। गांव के मेलों में रामदाना यानी चौआ से बने लड्डू, जिन्हें गुड़ की चाशनी में लपेटकर बनाया जाता है, बच्चों को सस्ती मिठाई के तौर पर मिलते थे। अगर आपने यमुनोत्री की यात्रा का सौभाग्य कभी प्राप्त किया है तो उत्तराखंड के ऊंचाई वाले खरसाली गांव में खेतों में लहलहाते लाल रंग के पौधे भी ज़रूर देखे होंगे, इन्हें वहां चौआ कहा जाता है। यह एमारेंथ का पहाड़ी नाम है। इसका इस्तेमाल न केवल अलग-अलग मेडिसिन में किया जाता है बल्कि इसे पौष्टिकता की खान भी माना जाता है। आमतौर पर इसे गरीबों का भोजन कहा जाता था। लेकिन हाल ही के कुछ सालों में न्यूट्रीशनिस्ट का ध्यान इस पौधे और बीज की तरफ गया तो उन्होंने इसे सुपर फूड की संज्ञा दे डाली है। बात करें रामदाना की उत्पत्ति की तो यह स्वीकार करना थोड़ा सा मुश्किल है कि ऐमारेंथ 15वीं-16वीं शताब्दी में अफ्रीका के रास्ते कोलंबियाई विनिमय के रूप में भारत आया था। इससे पहले कभी भी उन फलों और सब्जि़यों की सूची में इसका उल्लेख नहीं किया गया है, जिसमें मिर्च, मक्का, आलू, टमाटर, तंबाकू और अमरूद, अनानास, पपीता जैसे फल शामिल हैं।
खैर यह कहीं से भी आया हो हम इसे अपना कहते रहेंगे। हमारे यहां सदियों से यह उपवास के दिनों में इस्तेमाल होता रहा है। इसकी रोटी बनाकर खीर बनाकर खाते रहे हैं। आइये यहां रामदाना के कबाब ट्राई करते हैं…..
रामदाना कबाब
सामग्री-
रामदाना के बीज : 1/2 कप, आलू : (छोटा, उबला और मैश किया हुआ-1, प्याज : (बारीक कटा हुआ)-1 छोटा, लहसुन का पेस्ट : 1/2 छोटा चम्मच, अदरक : (कसा हुआ या कटा हुआ) -1 इंच का टुकड़ा, जीरा पाउडर : 1/2 छोटा चम्मच, हरी मिर्च : (कटी हुई ) 2-3, चिली फ्लेक्स : 1/2 छोटा चम्मच, काली मिर्च (पिसी हुई) 6-8, नमक : स्वादानुसार, घी अथवा तेल : तलने के लिए
बनाने की विधि : कबाब के बीजों को दो कप पानी में लगभग 25 मिनट तक उबालें और गैस बंद कर दें। इसके बाद इसे छान कर प्याले में निकाल कर एक तरफ रख दें, ठंडा होने दें। इसमें मैश किया हुआ आलू, पाउडर और पिसे मसाले, लहसुन का पेस्ट और नमक डालें। अब इसे बराबर भागों में बांट लें और नम हथेलियों से छोटे-छोटे गोले बना लें। इसे हाथ से जोर से दबाते हुए बीच में एक गोला बना लें और उसमें बारीक कटी प्याज, हरी मिर्च, अदरक, धनिया और लाल मिर्च की स्टफिंग कर दें। अब इसे फिर से रोल करें, फिर कबाब जैसी शेप में चपटा करें। फूले हुए रामदाना को एक प्लेट में फैलाएं और उस पर कबाब को एक बार पलटकर दोनों तरफ से कोट कर लें। एक नॉन स्टिक या मोटे तले वाले पैन में घी या तेल गरम करें। कबाब को हल्का सा भून लें या पैन-ग्रिल करें, स्पैटुला से हल्के हाथ से चलाते हुए एक बार पलट कर कुरकुरा बनने तक पकाएं। हरी चटनी या सॉस के साथ गरमा-गरम परोसें।