दीप्ति अंगरीश
घर को ईको फ्रेंडली डेकोर करने के पर्याप्त साधन आज हैं। घर में ईको फ्रेंडली वाली जीवंतता लाना केन-जूट डेकोर से संभव है। आइये जानते हैं केन-जूट डेकोर के लिए होम इंटीरियर के लिए कैसा फर्नीचर उपलब्ध है।
इंडोर से आउडोर में धमक
कभी क्यारी, बरमादे, लाॅन, किचन गार्डन आदि में इस्तेमाल होने वाले केन जूट फर्नीचर की धमक घर के भीतर हो गई है। इनमें शामिल है सोफा, बुक शेल्फ, वुड फ्रेम, टेबल, स्लाइडिंग वार्डरोब शटर आदि। इसका प्रमुख कारण है केन-जूट की सहूलियतें, जैसे- हल्का होना, पर्यावरण अनुकूल, सुंदरता आदि।
केन-जूट फर्नीचर के प्रति अमूमन सोच सिर्फ टेबल, कुुर्सी, मूढ़े या स्टूल तक ही सिमट जाती है। ईको फ्रेंडली नारे ने इसका दायरा काफी विस्तृत किया है। यही वजह है कि डेकोर स्टोर्स में अब केन-जूट के फर्नीचर में बहुलता मिलती है, इसमें शुमार है डाइनिंग टेबल, सोफा सेट, आॅर्म चेयर, बुक शेल्फ, साॅफ्ट रोलिंग चेयर आदि। इसे सुंदर बनाने के लिए ब्राइट कलर्स के कुशन रखिए। इन पर आॅर्गेनिक फैब्रिक के चटक रंगों के कवर इनकी सुंदरता को निखारते हैं।
स्टेटमेंट आर्म चेयर से विंटेज लुक
आप चाहते हैं कि घर में ईको फ्रेंडली लुक के साथ-साथ विंटेज लुक भी दिखे, तो स्टेटमेंट आर्म चेयर इसका बेहतरीन विकल्प है। इन कुर्सियों का प्रयोग लाॅबी, लिविंग रूम व बेडरूम में किया जा सकता है। इनकी बैक की लंबाई थोड़ी बड़ी होती है, हाथों के आराम के लिए आॅर्म रेस्टर होता है और हिप व बैक बोन को आराम देने के लिए साॅफ्ट पैडिंग की जा सकती है। इसकी खूबसूरती में चटक रंगों के कुशन से इजाफा किया जा सकता है।
स्टोरिंग के लिए भी हैं मुफीद
केन-जूट फर्नीचर की व्यापक रेंज मेें स्टोरिंग की भी सुविधा उपलब्ध है। इस ईको फ्रेंडली फर्नीचर में आप कपड़े भी रख सकते हैं। केन-जूट से बने ट्रंक, हेडबोर्ड, कपबर्ड को बेडरूम में रखा जा सकता है। आप किचन में भी इनकी एंट्री करवा सकते हैं। इनमें कपबर्ड के अलावा ट्राॅली टेबल, फू्रट-वेजिटेबल बास्केट इसके उम्दा उदाहरण हैं। और तो और इनका प्रयोग गार्डन फनीर्चर में भी किया जा सकता है, जिसमें सीटिंग अरेंजमेंट के अलावा शुमार हैं केन प्लांटर्स, केन प्लेट्स आदि।
घर में जूट की सजावट
आप चाहते हैं कि घर में अर्थी वाइब्स आएं, तो घर के डेकोर में जूट की फर्निशंग को स्थान दें। आजकल मुलायम जूट की रस्सी और मुलायम जूट फैब्रिक को फर्नीचर व फर्निशिंग में अहम स्थान दिया जाता है, जैसे- ब्लाइंड्स, पर्दे, कुशन कवर, फ्लोर मैट, रग्स, वाॅल डेकोरेशन, हैंगिंग लैंप, लैंप शेड्स आदि। इन्हें इंडोर प्लांट्स के सजवाट से घर में प्रकृति का समावेश होता है। जूट को गोल्डन फाइबर भी कहा जाता है। कारण ये पूरी तरह से पर्यावरण के लिए सुरक्षित है। यानी सौ फीसदी बायो डिग्रेडेबल व रीसाइकेबल। इसलिए इनका इस्तेमाल घर सजाने में हो सकता है।
खासियतों के भरपूर
लाइट वेट होने की वजह के केन फर्नीचर को आसानी से एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट किया जा सकता है। वहीं यह लकड़ी के फर्नीचर की तरह सालों साल चलता है। साथ ही, बेहद किफायती होता है। यानी मात्र 7000 से 10000 रुपये में लिविंग रूम में रखने के लिए कंप्लीट सोफा सेट खरीदा जा सकता है।
टेक केयर मुश्किल नहीं
0 कम से कम हर 3 महीने में केन फर्नीचर को वाॅर्निश या पाॅलिश से मेंटन करें।
0 बाथरूम व किचन में केन का फर्नीचर का उपयोग करने से बचें।
0 केन फर्नीचर को सूखे कपड़े से साफ करें।
0 इसे पानी से बचाए, सूखे कपड़े से पोछें
0 शिफ्टिंग आराम से करें, खरोंच न लगे।