रजनी अरोड़ा
बच्चों की पढ़ाई के लिए बहुत जरूरी माइलस्टोन हैै-अच्छी राइटिंग या लिखावट। इसके लिए जरूरी है बच्चों की उंगलियों में पेंसिल या कलर पकड़ने की अच्छी ग्रिप का होना। जो बच्चे छोटी उम्र में ही अपनी फाइन मोटर स्किल को इम्प्रूव कर लेते हैं, आगे जाकर उनके लिए पेंसिल ग्रिप से पकड़ने और राइटिंग को लेकर परेशानी नहीं होती और सफलता पाने में ज्यादा जद्दोजहद नहीं करनी पड़ती।
बच्चों की फाइन मोटर स्किल को इम्प्रूव करने के लिए बचपन या स्कूल जाने के पहले से ही बच्चों को कुछ हैंड एक्टिविटी करवाना उपयोगी रहता है। ये एक्टिविटीज वंडर्स की तरह काम करती हैं। इससे बच्चों के हैंड-फिंगर्स के मसल्स, आई-हैंड कोऑर्डिनेशन मजबूत होता है ओैर पेंसिल या कलर पकड़ने की ग्रिप मजबूत होती है। शुरू से ही बच्चे की लिखावट अच्छी होती हैे। पैरेंट्स को घर पर ये एक्टिविटीज जरूर करवानी चाहिए।
क्ले-डो एक्टिविटी : इन कलरफुल क्ले से क्रिएटिव एक्टिविटीज बच्चे कर सकते हैं। आमतौर पर बच्चों को क्ले-डो बहुत पसंद आते हैं। अगर बच्चों के प्ले डो को खाने का डर है तो आप घर में आटे में फूड कलर और थोड़ा-सा नमक मिलाकर डो खुद बना सकते हैं और बच्चे को खेलने के लिए दे सकते हैं।
पिगी बैंक : बच्चे को छोटे-बड़े कॉइंस से खेलने में बहुत मजा आता है। उन्हें कॉइंस के साथ कलरफुल पिगी बैंक भी दें और कॉइंस इसमें डालने के लिए कहें। पिगी बैंक के छोटे से छेद में सिक्के डालने के लिए अच्छी मोटर स्किल की जरूरत होती है जिसे बच्चे धीरे-धीरे सीख जाते हैं। लेकिन यह एक्टिविटी अपनी देखरेख में करवायें।
स्क्वीजिंग : इसके लिए बच्चे को स्पंज और एक बड़े बाउल में फूड कलर मिलाकर बना कलरफुल पानी दिया जाता है। स्पंज को उसमें डुबोकर उंगलियों से निचोड़ने के लिए कहा जाता है। चूंकि बच्चों को पानी के साथ खेलना बहुत पसंद होता है, जिससे स्क्वीजिंग एक्टिविटी करने में बच्चों को बहुुत मजा आता है।
पेेपर क्रम्बिंग : यह एक्टिविटी बहुत आसान होने के साथ-साथ मजेदार भी है। बच्चे को पेपर तोड़ने-मरोड़ने और छोटे-छोटे टुकड़ों में हाथ से काटने के लिए दिया जाता है। एक्टिविटी को ज्यादा मजेदार और आकर्षक बनाने के लिए आप बच्चे को कलरफुल पेपर भी दे सकते हैं। वैसे आप बच्चों को अखबार या कोई वेस्ट पेपर भी दे सकते हैं। ध्यान रखें कि बच्चा पेपर फाड़ने के लिए हाथ के अंगूठे (थंब), मध्यमा (मिडल) और तर्जनी (इंडेक्स) उंगलियों का ज्यादा इस्तेमाल करें। क्योंकि मूलतः इन्हीं उंगलियों से लिखा जाता है और अच्छी लिखावट के लिए यह बहुत जरूरी है कि इनमें आपसी ग्रिप अच्छा और मजबूत हो।
स्प्रे एक्टिविटी : इसमें एक स्प्रे बोतल में बच्चों को पानी भर कर दें और उन्हें गार्डन में उगाए पौधों में पानी देने या टाइल या फर्श गीला करने के लिए कहें। बच्चे इस एक्टिविटी में बहुत एंजाॅय करते हैं। खेल-खेल में पिचकारी की तरह एक-दूसरे को गीला भी करते हैं।
थ्रेडिंग एक्टिविटी : बच्चों की राइटिंग स्किल मजबूत बनाने के लिए यह एक्टिविटी भी बहुत कारगर है। इसके लिए थ्रेड या ऊन को घर में मौजूद कई चीजों में पिरोकर नेकलेस या बैंड्स बनाने के लिए कह सकते हैं जैसे- पास्ता, मोती, बीड्स, छोटे साइज में कटे पेपर स्ट्रॉ। जब बच्चे थ्रेड को अंगूठे-मध्यमा-तर्जनी तीन उंगलियों से पकड़कर पिरोते हैं तो मसल्स के साथ उनका हाथ-आंखों का समन्वय भी मजबूत होता है। आप बच्चे को बाजार में मिलने वाले ज्वैलरी सेट से ब्रेसलेट, नेकलेस बना सकते हैं।
स्पूनिंग : बच्चे को 3 उंगलियों से स्पून पकड़ना सिखाया जाता है। दो बाउल लें। एक में बच्चे की पसंद की खाने की छोटी-छोटी चीजें लें जैसे- टॉफी। इन्हें स्पून की मदद से उठाकर दूसरे बाउल में डालने के लिए कहें।
फ्री-हैंड राइटिंग : एक खाली पेपर पर लिखने के लिए बच्चे को क्रेयोन कलर, मार्कर या स्कैच पेन दें। उसे अपने हिसाब से आड़ी-तिरछी लाइनें बनाने दें। शुरू में पेंसिल के बजाय कलरफुल स्कैच पेन से लिखने में बच्चे को बड़ा मजा आएगा। वो बार-बार कलर बदलकर करेगा।
स्ट्रॉ सेट करना : सब्जी की बॉस्केट लें जिसमें विभिन्न आकार के छेद हों। इन छेदों में बच्चे को कलरफुल स्ट्रॉ सेट करने के लिए कहें। बच्चे को समझाने के लिए खुद डाल कर दिखाएं।
दालें अलग करना : एक प्लेट में साबुत दालों के थोड़े-थोड़े दाने मिलाएं जैसे-साबुत चना, राजमाह, उड़द, सोयाबीन, चावल। इन्हें बच्चे को दें। साथ में 5-6 कटोरी भी दें। बच्चे को इन दालों को उठाकर अलग-अलग कटोरी में डालने के लिए कहें। कलरफुल दालों को अलग करने में उन्हें बहुत मजा आएगा।
क्लॉथ-पिन एक्टिविटी : क्लॉथ-पिन को किसी पेपर-बोर्ड पर लगाकर बच्चे को उतारने के लिए कहें। क्लॉथ-पिन को थोड़ा दबाकर या खींचकर बच्चे बड़ी आसानी से उतार लेते हैं। इसके बाद उन्हें क्लॉथ-पिन दोबारा पेपर-बोर्ड पर लगाने के लिए कहें। हो सकता है पिन दबाकर लगाने में शुरू में बच्चे को दिक्कत आए, लेकिन धीरे-धीरे वह इन्हें आसानी से लगा लेगा।
मैच बॉक्स एक्टिविटी : बच्चे को माचिस की तीलियां निकाल कर दें। उसे इन तीलियों को मैच बॉक्स में डालने के लिए कहें। पूरी तीलियां डालने पर उसे बंद करना सिखाएं।
मटर छीलना : बच्चों के हाथों और उंगलियों की मजबूती के लिए यह बेहतरीन एक्टिविटी है। मटर को ऊपर से दबाकर खोलना और दाने निकालने में बच्चे को बहुत मजा आता है।