पंचकूला, 21 सितंबर (ट्रिन्यू)
निदेशालय स्वास्थ्य सेवाएं कर्मचारी कल्याण संघ के कर्मचारियों ने आज उप अधीक्षक सरिता सचदेवा के आकस्मिक निधन के बाद सेक्टर-6 स्थित कार्यालय में जमकर हंगामा किया और मामले की जांच की मांग की। हंगामे के बाद चिकित्सा अधिकारी यशपाल मोमिया को प्रशासनिक स्तर पर करनाल प्रतिनियुक्ति पर भेज दिया गया है। इसके साथ ही निदेशक स्वास्थ्य सेवायें (फैमिली वेलफेयर) डॉ. डीएन बागड़ी का चार्ज बदल दिया गया है।
कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि नर्सिंग स्टाफ की एक फाइल पर सरिता सचदेवा ने टिप्पणी लिखी थी। इस पर डाॅ. डीएन बागड़ी ने उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने को लिखा। यह फाइल डीजी को भेज दी गई। डीजी ने इस मामले में स्पष्टीकरण मांगने को लिख दिया। अधिकारियों ने उनके खिलाफ केस दर्ज कराने की चेतावनी भी दी। इसके बाद सरिता सचदेवा की तबीयत खराब हो गई। कर्मचारियों ने बताया कि अधिकारियों को टिप्पणी पर ऐतराज था तो वे स्पष्टीकरण मांग सकते थे। एसोसिएशन के प्रधान दिलबाग सिंह ने बताया कि महानिदेशक डाॅ. सूरजभान कंबोज से निवेदन किया गया था कि डाॅ. डीएन बागड़ी और डाॅ. मोमिया को निदेशालय से बाहर ट्रांसफर कर दिया जाये। इसके साथ ही इस मामले की जांच किसी रिटायर्ड जज से करवाई जाये।
आज भी निदेशालय में काम बंद रखेंगे
डाॅ. यशपाल मोमिया को 60 दिनों के लिए प्रतिनियुक्ति पर करनाल में भेज दिया गया है। कर्मचारियों का कहना है कि डाॅ. डीएन बागड़ी की सिर्फ शाखा बदली गई है। इसके साथ ही जांच रिटायर्ड जज से करवाने की बजाय तीन डॉक्टरों की कमेटी से करवाई जा रही है, जिसमें पक्षपात हो सकता है। इससे कर्मचारियों में रोष है और वे मंगलवार को भी निदेशालय में काम बंद रखेंगे।