चंडीग़ढ़/पंचकूला, 3 मार्च (नस)
सेक्टर 37 में 338 स्क्वेयर यार्ड के मकान नंबर 340 को हड़पने की साजिश में शामिल आरोपियों पर दर्ज एफआईआर में चंडीगढ़ पुलिस के एक डीएसपी और उसके भाई का नाम भी शामिल है। पुलिस की जांच में भी सामने आ चुका है कि डीएसपी के साथ बैठ कर प्रापर्टी के बारे में प्लानिंग और डील हुई थी। पुलिस डीएसपी पर क्या कार्रवाई करेगी यह आज भी साफ नहीं हो पाया था। हालांकि, एसएसपी का कहना है कि मामले में जो भी अधिकारी या लोग शामिल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल डीएसपी के बारे में तफतीश की जा रही है।
उधर, पुलिस मकान को करोड़ों रुपए में बेचने के बाद अब पैसों की रिकवरी के बारे में छानबीन कर रही है। बुधवार को आरोपी संजीव महाजन और मनीष गुप्ता के बैंक अकाउंटों के बारे में जांच की गई। संजीव महाजन के आधा दर्जन बैंक खातों की जांच की गई जिसके बाद पुलिस मामले में आरोपी मनीष गुप्ता से भी बैंक खातों के बारे में पूछताछ कर रही है। दूसरी तरफ, मामले में शामिल अन्य आरोपियों सौरव गुप्ता, खलिंदर सिंह कादियान, अरविंद सिंगला, अशोक अरोड़ा, सतपाल डागर, सेखर, और अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। इस मामले में एक आरोपी बाउंसर सुरजीत सिंह की मौत हो चुकी है।
पीड़ित मकान मालिक राहुल मेहता ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने उसे मकान में ही बंधक बना कर यातनाएं दीं। मकान की जीपीए को रद्द करने के बाद जाली दस्तावेजों पर एक मार्च 2019 को मकान की सेल डीड बनवा ली जिसके बाद चंडीगढ़ इस्टेट आफिस में सौरव गुप्ता के नाम संपत्ति दर्ज कर दी गई। एसएसपी कुलदीप चहल के अनुसार इस मामले में संलिप्त आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।