मनीमाजरा, 23 जून (हप्र)
चंडीगढ़ के प्रशासक एवं पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने आज रॉक गार्डन में शतरंज ओलंपियाड के 44वें सत्र की मशाल रिले ग्रैंड मास्टर दीपसेन गुप्ता से प्राप्त की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में शतरंज ओलंपियाड की मशाल रिले का शुभारंभ किया था। इस मशाल को चेन्नई के पास महाबलीपुरम में पहुंचने से पहले 40 दिनों की अवधि में 75 शहरों में ले जाया जाएगा। चंडीगढ़ से मशाल पटियाला, अमृतसर के लिए रवाना हुई। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि इस साल भारत शतरंज ओलंपियाड की मेजबानी भी करने जा रहा है। उन्होंने कहा कि शतरंज खेल व्यक्ति के मस्तिष्क में ऊर्जा का संचार करता है, इससे हमें निरंतर अपने ध्येय की ओर आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। शतरंज ओलंपियाड 28 जुलाई से 10 अगस्त 22 तक चेन्नई में आयोजित किया जाएगा। वर्ष 1927 में आयोजित इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की मेजबानी भारत में पहली बार और 30 साल बाद एशिया में हो रही है। 189 देशों के भाग लेने के साथ ही यह किसी भी शतरंज ओलंपियाड में सबसे बड़ी भागीदारी होगी। इसके उपरांत राज्यपाल ने मशाल रिले ग्रैंडमास्टर दीपसेन गुप्ता को सौंपी और आगे रवाना किया। इससे पहले समारोह में चंडीगढ़ चैस एसोसिएशन के प्रो. अनिल रैना ने राज्यपाल का स्वागत किया व शतरंज ओलम्पियाड की विस्तृत जानकारी दी। इस मौके पर चंडीगढ़ के डीसी विनय प्रताप, भाजपा नेता संजय टंडन, एसएसपी कुलदीप चहल भी मौजूद रहे।
मोहाली (निस) : 44वीं शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ से शुरू होकर सेक्टर-65 मोहाली के गोल्फ रेंज पहुंची, जहां इसका जिला प्रशासन की ओर से भंगड़ा डालकर स्वागत किया गया। इस उपरांत शतरंज एसोसिएशन चंडीगढ़ के नुमाइंदों के प्रमुख सचिव, खेल एवं युवा सेवा विभाग राजकमल चौधरी, डीसी अमित तलवार और अध्यक्ष शतरंज एसोसिएशन मुनीश थापर की ओर से मशाल प्राप्त की गई। इसके अलावा खेल जगत की हस्तियों और छात्रों ने भी इसका जोरदार स्वागत किया। राजकमल चौधरी ने कहा कि इस खेल में लगभग 147 देशों के शतरंज खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। इसमें पंजाब के 6 खिलाड़ी भी हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि यह मशाल पटियाला होते हुए अमृतसर और फिर वाघा बार्डर और फिर हरियाणा जाएगी। इस मौके पर डीसी अमित तलवार ने कहा कि यह मशाल शतरंज के खेल के प्रति लोगों को जागरूक करेगी। इस मौके सुरिंदर सिंह सैनी राज्य निदेशक नेहरू युवा केंद्र संगठन पंजाब और एसडीएम, हरबंस सिंह, जिला खेल अधिकारी गुरदीप कौर, डिप्टी डायरेक्टर नेहरू युवा केंद्र संगठन परमजीत सिंह सहित विभिन्न खेलों के कोच एवं खिलाड़ी व खेलप्रेमी उपस्थित थे।