चंडीगढ़ /पंचकूला, 21 सितंबर (निस)
कोरोना काल के मद्देनजर छह महीने के अंतराल के बाद आज पूरे एहतियात के साथ स्कूलों को फिर से खोल दिया गया है। कोरोना का डर स्टूडेंटस के चेहरों पर जरा भी नहीं दिखा। स्कूल खुलने के साथ ही 950 विद्यार्थियों ने स्कूल पहुंच कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिहाज से प्रशासन, नगर निगम और शिक्षा विभाग पूरी तरह अलर्ट पर रहे। गृह मंत्रालय के आदेशों का अनुसरण करते हुए हाई स्कूल, नौवीं और दसवीं के स्टूडेंट्स को सोशल डिस्टेंसिंग की शर्त पर स्कूलों में बुलाया गया ताकि वे शिक्षकों से उचित मार्ग दर्शन पाकर पढ़ाई शुरू कर सकें। अभिभावकों से उनकी लिखित रूप में राय मिलने के बाद स्कूलों को खोला गया है और स्टूडेंटस स्कूलों में आने की इच्छा जता रहे हैं। हालांकि कम अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने का समर्थन कर रहे हैं। लेकिन प्रशासन का प्रयास है कि स्कूलों में जितने भी स्टूडेंट्स आना चाहें उनकी सुरक्षा के तमाम प्रबंधों को सुनिश्चित किया जाए। इसके मददेनजर नगर निगम ने स्कूलों को खोलने से पहले साफ सफाई और सेनिटाइजेशन की। शहर के सरकारी स्कूलों में करीब 950 स्टूडेंट्स उपस्थित हुए। विद्यालयों द्वारा निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए शिक्षा सचिव सरप्रीत सिंह गिल ने कुछ स्कूलों का निरीक्षण किया और स्कूल अधिकारियों द्वारा व्यवस्था की जांच गई है।
अभी नहीं लौटी रौनक
चंडीगढ़ (ट्रिन्यू) : शहर में सरकारी स्कूल तो खुल गए पर अधिकांश निजी स्कूलों ने दिल्ली की तर्ज पर अक्तूबर में ही स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। निजी स्कूल संचालकों का कहना है 30 सितंबर तक 12वीं बोर्ड परीक्षा के कंपार्टमेंट के पेपर भी हैं। अतः वह अन्य छात्रों को बुला कर खतरा नहीं उठा सकते। कुछ निजी स्कूलों ने केवल उन्हीं छात्रों को स्कूल में बुलाया जिनके अभिभावकों ने लिखित में स्वीकृति दी थी। 50 प्रतिशत शिक्षकों व अन्य स्टाफ के साथ खुले स्कूलों में पुरानी चहल पहल नहीं लौटी।
पहले दिन कम आए विद्यार्थी
अम्बाला (नस) : हरियाणा सरकार द्वारा स्कूलों को 10 और 12वीं के विद्यार्थियों को खोलने के आदेश के चलते पहला दिन कुछ फीका सा ही रहा। विद्यार्थियों की आवक कम होने से छात्रों का रुझान साफ नजर आया । मुमकिन है कि आने वालों दिनों में विद्यार्थियों की तादाद में बढ़ोतरी हो । शिक्षा विभाग ने 10वीं और 12वीं के छात्रों के अपने डाउट क्लियर करने के लिए स्कूल खोलने के आदेश दिये हैं। मुमकिन है छात्रों को दिक्क्त न आ रही हो। वहीं स्कूल प्रिंसिपल आरसी शर्मा का कहना था कि मुमकिन है कि आने वाले दिनों में स्कूल में छात्रों की संख्या बढ़े। अम्बाला छावनी स्थित डीएवी स्कूल के प्रिंसिपल रमेश बंसल ने सरकार की इस कोशिश को बेहतर कदम बताया ।