जवाहरलाल नेहरू के देहांत के बाद लाल बहादुर शास्त्री देश के प्रधानमंत्री बने। वर्ष 1965 में पाकिस्तान ने देश पर युद्ध थोप दिया। उस समय भारत गेहूं उत्पादन में आत्मनिर्भर नहीं था। अमेरिका के राष्ट्रपति लिंडन जॉन्सन ने युद्ध बंद करने के लिए भारत पर दबाव बनाया। ऐसा नहीं करने पर अमेरिकी गेहूं की भारत में आवक रोक देने की धमकी दी। स्वाभिमानी प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी को यह बात चुभ गयी। उन्होंने आत्मनिर्भरता का मंत्र फूंकते हुए देश के लोगों से सप्ताह में एक वक्त का खाना बंद करने की अपील की। शास्त्री जी की एक अपील पर देशवासियों ने एक वक्त का खाना छोड़ दिया। शास्त्री जी ने सबसे पहले यह प्रयोग अपने घर में किया। उन्होंने अपनी पत्नी ललिता शास्त्री व बच्चों से पूछा कि क्या आप शाम का खाना बिना खाए रह सकते हैं। प्रधानमंत्री के घर में एक वक्त का खाना नहीं खाने का प्रयोग हुआ था। उसके बाद पूरे देश ने एक वक्त का खाना बंद कर दिया था। ऐसे थे लाल बहादुर शास्त्री जी। प्रस्तुति : अरुण कुमार कैहरबा