लवीव :
रूस के रक्षा अधिकारियों ने शनिवार काे यूक्रेन के 2 शहरों में अस्थायी तौर पर संघर्ष विराम की घोषणा की, ताकि लोगों को वहां से निकाला जा सके। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि वह दक्षिण पूर्व में स्थित रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बंदरगाह मारियूपोल और पूर्व में स्थित वोलनोवाखा शहर में लोगों को निकालने के लिए रास्ता देने को सहमत है। हालांकि, इस बयान में यह स्पष्ट नहीं था कि वे मार्ग कब तक खुले रहेंगे। वहीं, यूक्रेन ने कहा कि देश के उस इलाके से असैन्य लोगों को निकालने का प्रयास रोक दिया गया है जहां रूस के रक्षा अधिकारियों ने संघर्ष विराम का ऐलान किया है। राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के कार्यालय के उप प्रमुख किरिलो तिमोशेंको ने कहा, ‘रूस संघर्ष विराम नहीं कर रहा है और मारियूपोल तथा आसपास के इलाकों में गोलाबारी जारी है। संघर्ष विराम और सुरक्षित मानवीय गलियारा स्थापित करने के लिए रूस महासंघ से बातचीत जारी है।’
‘नो फ्लाई जोन’ घोषित करना, मतलब युद्ध में शामिल होना
लवीव : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को कहा कि किसी तीसरे पक्ष द्वारा यूक्रेन के ऊपर ‘उड़ान निषिद्ध क्षेत्र’ (नो फ्लाई जोन) घोषित करने को मास्को ‘युद्ध में शामिल’ होना करार देगा। पुतिन ने कहा कि इस दिशा में उठाए गए किसी भी कदम को रूस एक हस्तक्षेप मानेगा और रूस की सेना के प्रति खतरे के तौर पर देखेगा। उन्होंने कहा,’उसी क्षण हम उन्हें सैन्य संघर्ष में शामिल मानेंगे और इससे फर्क नहीं पड़ेगा कि वे किसके सदस्य हैं।’ यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने नाटो से आग्रह किया है कि उनके देश के ऊपर के वायु क्षेत्र को ‘उड़ान निषिद्ध क्षेत्र’ घोषित किया जाए। नाटो ने इससे इनकार किया है।
भारतीयों के लिए बसें तैयार, उन्हें जबरन रोका गया : रूस
संयुक्त राष्ट्र : रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को सूचित किया कि पूर्वी यूक्रेन के खारकीव और सूमी शहरों में उसकी सैन्य कार्रवाई की वजह से फंसे भारतीय विद्यार्थियों और अन्य विदेशियों को निकालने के लिए उसकी बसें सीमा पर तैयार खड़ी हैं। रूस ने आरोप लगाया है कि यूक्रेनी राष्ट्रवादियों ने खारकीव, सुमी में 3700 भारतीयों काे जबरन रखा है।