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हिंदू संत को राहत नहीं, भारतीय उच्चायुक्त तलब

बांग्लादेश बढ़े तनाव के बीच भारत ने कहा- हम बातचीत के इच्छुक
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ढाका, 3 दिसंबर (एजेंसी)

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बांग्लादेश में चल रही ‘दमनकारी’ गतिविधियों के बीच तनाव और बढ़ा है। एक ओर जहां हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास का प्रतिनिधित्व करने के लिए कोई वकील उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण उन्हें बांग्लादेश की अदालत से मंगलवार को कोई राहत नहीं मिल सकी, वहीं ढाका में भारतीय उच्चायुक्त को तलब किया गया।

बताया गया कि सुनवाई के लिए अब दो जनवरी की तारीख तय की गयी है। इससे पहले जमानत याचिका पर सुनवाई के मद्देनजर चटगांव अदालत परिसर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। दास को सुनवाई के लिए अदालत नहीं लाया गया था। चटगांव बार एसोसिएशन के एक नेता और अन्य वकीलों को अदालत परिसर में विरोध मार्च निकालते देखा गया। उधर, बांग्लादेश ने मंगलवार को भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को तलब किया। इससे एक दिन पहले, ढाका ने भारत के राज्य त्रिपुरा में बांग्लादेश सहायक उच्चायोग परिसर में कथित जबरन प्रवेश के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराया था। कार्यवाहक विदेश सचिव रियाज हमीदुल्लाह के साथ बैठक से बाहर आने के बाद वर्मा ने कहा, ‘हम बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के साथ बातचीत करने के इच्छुक हैं।’

श्रद्धालु धार्मिक प्रतीकों के सार्वजनिक इस्तेमाल से बचें : इस्कॉन

कोलकाता : इस्कॉन (अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ) कोलकाता के प्रवक्ता राधारमण दास ने बताया कि उन्होंने बांग्लादेश में सुरक्षा संबंधी चिंताओं के मद्देनजर श्रद्धालुओं से सार्वजनिक स्थानों पर भगवा वस्त्र धारण करने और तिलक लगाने से बचने का आग्रह किया है। इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने कहा, ‘बांग्लादेश में स्थिति चिंताजनक है। हमने उनसे कहा है कि वे इस्कॉन अनुयायी या साधु के रूप में अपनी पहचान सार्वजनिक न करें।’ उन्होंने कहा कि हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास के खिलाफ चल रहे मुकदमे में उनका प्रतिनिधित्व करने के इच्छुक वकीलों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए।

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