कीव, 4 मार्च (एजेंसी)
रूसी बलों ने यूक्रेन के एनेर्होदर शहर में हमले तेज कर दिए हैं। इसी क्रम में यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र (प्लांट) पर हुई गोलाबारी के बाद आग लग गई है। यूक्रेन के अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि आग पर काबू पा लिया गया है। इस संयंत्र पर रूसी बलों ने कब्जा कर लिया है। यूक्रेन के सरकारी परमाणु नियामक ने कहा कि एनेर्होदार शहर में स्थित जपोरिजिया संयंत्र में विकिरण के स्तर में अब तक कोई बदलाव नहीं आया है। और इससे लोगों की जान और स्वास्थ्य को खतरा नहीं है। इस बीच यूक्रेन की सरकारी परमाणु कंपनी ने कहा कि इस हमले में 3 यूक्रेनी सैनिक मारे गए और दो घायल हो गए।
नियामक ने फेसबुक पर एक बयान में कहा कि इस तरह के नुकसान से 1986 की चेर्नोबिल दुर्घटना या 2011 में जापान के फुकुशिमा हादसे से भी बदतर दुर्घटना हो सकती है। इस घटना के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की की अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और दूसरे देशों के नेताओं से फोन पर बात हुई है। हालांकि इस रिएक्टर में मरम्मत का काम चल रहा था और यह बंद था, लेकिन इसके अंदर परमाणु ईंधन मौजूद है। गौर हो कि इस स्थान पर देश की करीब 25 प्रतिशत बिजली का उत्पादन होता है।
क्रेमलिन के प्रवक्ता, 50 रूसी कुलीन लोगों पर प्रतिबंध
वाशिंगटन (एजेंसी) : अमेरिकी प्रशासन ने रूस के दिग्गज कारोबारियों और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निकट सहयोगियों पर नये प्रतिबंध लगाते हुए क्रेमलिन के प्रेस सचिव दमित्री पेस्कोव समेत रूसी कुलीन वर्ग के 50 लोगों और उनके परिवारों पर नये प्रतिबंध लगाए हैं। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि प्रतिबंध उन लोगों को लक्षित करेंगे, जो रूसी कारोबारियों के साथ अवैध तरीके से संबद्ध हैं। ‘आज, मैं घोषणा कर रहा हूं कि हम सूची में दर्जनों और नाम जोड़ रहे हैं, जिसमें रूस के सबसे धनी अरबपति भी शामिल हैं। मैं, 50 से अधिक रूसी कुलीन वर्गों के लोगों, उनके परिवारों और उनके करीबी सहयोगियों के अमेरिका की यात्रा करने पर भी प्रतिबंध लगा रहा हूं।’
स्वतंत्र जांच आयोग : मतदान में भारत ने नहीं लिया भाग
जिनेवा/संयुक्त राष्ट्र, (एजेंसी) : भारत ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में उस मतदान में हिस्सा नहीं लिया, जिसमें यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई के परिणामस्वरूप तत्काल एक स्वतंत्र अंतर्राष्ट्रीय जांच आयोग बनाने का निर्णय लिया गया। 47 सदस्यीय इस परिषद में यूक्रेन में मानवाधिकारों की स्थिति पर एक मसौदा प्रस्ताव पर मतदान हुआ। प्रस्ताव पारित कर दिया गया। प्रस्ताव के पक्ष में 32 मत पड़े, जबकि दो वोट (रूस और इरिटि्रया) इसके खिलाफ पड़े, वहीं भारत, चीन, पाकिस्तान सहित 13 देशों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। भारत ने पिछले एक सप्ताह के दौरान 15 देशों की सुरक्षा परिषद में यूक्रेन पर दो प्रस्तावों और 193 सदस्यीय महासभा में एक प्रस्ताव पर मतदान में हिस्सा नहीं लिया है।