लाहौर, 1 मई (एजेंसी)
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की पुलिस ने सऊदी अरब में मस्जिद-ए-नवाबी पर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उनके शिष्टमंडल के खिलाफ नारेबाजी करने के आरोप में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और 150 अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
सोशल मीडिया पर प्रसारित कुछ वीडियो में देखा जा सकता है कि शरीफ और उनका शिष्टमंडल पिछले बृहस्पतिवार को जैसे ही मदीना में पैगंबर की मस्जिद पर पहुंचा, वैसे ही कुछ जायरीन ‘चोर’ और ‘गद्दार’ कहकर नारेबाजी करने लगे। इन जायरीनों को इमरान का समर्थक माना जा रहा है। मदीना पुलिस ने दावा किया है कि इस संबंध में पांच पाकिस्तानियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, पाकिस्तानी अधिकारियों के मुताबिक, पंजाब पुलिस ने इमरान और 150 अन्य लोगों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की। प्राथमिकी में पूर्व मंत्री फवाद चौधरी और शेख रशीद, इमरान के पूर्व सलाहकार शाहबाज गुल, नेशनल असेंबली के पूर्व उपाध्यक्ष कासिम सूरी व लंदन में इमरान के करीबी सहयोगी अनिल मुसर्रत तथा साहिबजादा जहांगीर भी नामजद हैं। इस बीच, इमरान ने कहा कि वह किसी से पवित्र स्थान पर नारेबाजी करने के लिए कहने के बारे में सोच भी नहीं सकते।
खराब कवरेज पर पीटीवी के 17 अफसर सस्पेंड
पाकिस्तान सरकार द्वारा संचालित चैनल पीटीवी ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की लाहौर यात्रा ‘अच्छी तरह’ कवर करने में नाकाम रहने पर 17 अधिकारियों को निलंबित कर दिया। नव निर्वाचित प्रधानमंत्री शरीफ पिछले सप्ताह लाहौर में कोट लखपत जेल और रमजान बाजार गए थे। समाचार पत्र द ‘डॉन’ की खबर के अनुसार पाकिस्तान टेलीविजन (पीटीवी) की टीम फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल (एफटीपी) के जरिये वीडियो फुटेज अपलोड करने के लिये जरूरी उन्नत किस्म के लैपटॉप उपलब्ध नहीं होने के कारण ‘उचित’ कवरेज करने में नाकाम रही। खबर के मुताबिक जब पीटीवी के लाहौर केंद्र को यात्रा के बारे में सूचित किया गया, तो उसने पीटीवी मुख्यालय को एक उन्नत लैपटॉप प्रदान करने के लिए कहा। लाहौर केंद्र ने एक अधिकारी के निजी लैपटॉप की व्यवस्था की। कवरेज के बाद, जब टीम ने फुटेज प्रसारित करने की कोशिश की, तो पाया कि लैपटॉप की बैटरी खत्म हो गई। अगले दिन, डिप्टी कंट्रोलर इमरान बशीर खान सहित कुल 17 अधिकारियों को निलंबित कर दिया।