वाशिंगटन, 24 दिसंबर (एजेंसी)
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बृहस्पतिवार को एक विधेयक पर हस्ताक्षर किये जिसमें चीन के शिनझियांग प्रांत से तब तक सामान के आयात पर रोक का प्रावधान है, जब तक कारोबारी यह साबित नहीं करते कि माल बिना बंधुआ मजदूरों के बनाया गया है। यह, कथित दुरुपयोग के मामले में चीन के खिलाफ अमेरिकी कार्रवाइयों को तेज करने की शृंखला में ताजा कदम है। उधर चीन ने इस आयात प्रतिबंध को अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया है। सीनेट में पिछले सप्ताह अंतिम मंजूरी पाने से पहले इस विधेयक को व्हाइट हाउस से कुछ प्रारंभिक अवरोधों तथा कॉर्पोरेट जगत के विरोध का सामना करना पड़ा था। बाइडेन ने मांसपेशियों से जुड़ी लोऊ गहरीग बीमारी के इलाज के लिए अनुसंधान के लिहाज से और अधिक धन देने के लिए भी बृहस्पतिवार को एक विधेयक पर हस्ताक्षर किये। उन्होंने ट्वीट किया, ‘आज, मैंने द्विदलीय उइगर बंधुआ मजदूरी रोकथाम कानून पर हस्ताक्षर किये। अमेरिका यह सुनिश्चित करने के लिए अपने पास मौजूद हर संसाधन का लगातार उपयोग करता रहेगा कि शिनझियांग और चीन के अन्य हिस्सों से आपूर्ति शृंखलाएं बंधुआ मजदूरी से मुक्त रहें।’
उत्पीड़न की शिकायतें कीं खारिज
चीन की सरकार ने आयात प्रतिबंध को अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताते हुए मुस्लिम अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न की शिकायतों को खारिज किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने इसे ‘सच्चाई और तथ्यों से आंखें मूंदकर चीन के शिंनझियांग प्रांत में मानवाधिकार संबंधी हालात को दुर्भावनापूर्ण ढंग से कलंकित करने’ का प्रयास बताया। उल्लेखनीय है कि विदेशी सरकारों और अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि 10 लाख से अधिक उईगर और अन्य अल्पसंख्यक शिनझियांग में शिविरों में बंद हैं।