हरेंद्र रापड़िया/हप्र
सोनीपत, 24 जून
ओलंपिक मेडलिस्ट योगेश्वर दत्त और विनेश फोगाट, प्रदर्शनकारी पहलवानों में जुबानी ‘दंगल’ जारी है। योगेश्वर ने विनेश पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने कुश्ती फेडरेशन पर दबाव डाल कर कई बार बिना ट्रायल के भारतीय टीम में अपना चयन कराया था। साथ ही विनेश को सलाह दी कि जयचंद का सर्टिफिकेट देना बंद करिये। इस पर विनेश, बजरंग, साक्षी ने पलटवार करते हुए उन्हें खूब खरी-खरी सुनाई। विनेश ने यहां तक कह दिया कि कितनी भी साजिश रच लो मगर अपने गुरु बृजभूषण को बचा नहीं पाओगे, हम उसे जेल भिजवाकर ही दम लेंगे। इसके लिए चाहे कितनी बड़ी कुर्बानी क्यों न देनी पड़े।
सोशल मीडिया पर लाइव आकर योगेश्वर ने विनेश पर निशाना साधते हुए कहा कि कई महिला पहलवानों को गुमराह कर जंतर-मंतर के धरने पर ले गई थी। बाद में वे महिला पहलवान पीछे हट गई तो विनेश ने फोन पर एक महिला पहलवान की मां को खरी-खोटी सुनाई। साथ ही योगेश्वर ने विनेश पर आरोप लगाया कि वर्ष-2017 में इंडो एशियन गेम्स तथा 2018 एशियन गेम्स में फेडरेशन पर दबाव बनाकर बिना ट्रायल के चयन कराया था।
25 लाख में क्या नेगोसीएट किया
योगेश्वर ने कहा कि सभी जानते हैं कि विनेश का कोच गुरु महाबीर सिंह हैं। मगर विनेश ने अपने पति के मामा ओमप्रकाश दहिया को अपना कोच बताते उन्हें सरकार से 25 लाख रुपये का कैश अवार्ड दिलाई। 25 लाख में क्या नेगोसीएट किया उसका नहीं पता, क्योंकि आज का जो दौर है वह स्वार्थ भरा है।
दो चुनाव हारने से गलत तो बृजभूषण ने 6 चुनाव जीते
योगेश्वर ने कहा कि दो चुनाव हारने से अगर मैं गलत हूं तो बृजभूषण 6 चुनाव जीत चुके हैं तो इसका मतलब वो ठीक हैं। अतीक अहमद, मुख्यतार अंसारी समेत कई बाहुबलियों ने भी कई चुनाव जीते। इसका मतलब वो सभी ठीक हैं? उन्होंने जोर देकर कहा कि चुनाव हारने से गलत-सही नहीं होता। उन्होंने दोहराया कि कुश्ती की वजह से आज यहां हूं। अगर कुश्ती में जहां गलत बात आएगी तो चुप नहीं बैठूंगा।
प्रदर्शनकारी पहलवानों ने योगेश्वर को दिए कई चैलेंज
इसके जवाब में बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक शनिवार शाम को सोशल मीडिया पर लाइव आए। बजरंग ने कहा कि हम अपने लिए नहीं बल्कि कुश्ती के भविष्य के लड़ रहे हैं। महिला पहलवानों को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम गेम छोड़ देंगे अगर हमने चिट्ठी लिखकर ट्रायल से छूट की मांग की हो। हमने आंदोलन के दौरान अभ्यास न किए जाने एवज में तैयारियों के लिए सिर्फ थोड़ा समय मांगा था। उन्होंने आरोप लगाया कि फेडरेशन के दम पर योगेश्वर ने कई बार बिना ट्रायल के अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगितायों के लिए चयन कराया। बजरंग ने कहा कि हमारी लड़ाई आपके साथ नहीं है बल्कि बृजभूषण के खिलाफ है।
‘पहलवानों को छूट, एडहॉक कमेटी का फैसला’
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने 6 पहलवानों को विशेष छूट दिए जाने के मामले में कहा कि यह फैसला भारतीय ओलिंपिक संघ की एडहॉक कमेटी का है। सभी निर्णय उन्हीं के हैं। भारत सरकार का इसमें कोई रोल नहीं है।
विनेश बोलीं- लगता नहीं कि आप कभी स्कूल गये हो
विनेश ने योगेश्वर को चैलेंज दिया कि अपने गुरू को बचाने के लिए कितनी साजिश रच लो मगर हम बृजभूषण को जेल भिजवा कर ही दम लेंगे, इसके लिए हमें चाहे कितनी बड़ी कुर्बानी क्यों न देनी पड़े। विनेश ने आरोपों को नकारते हुए कहा कि कोच ओमप्रकाश दहिया मेरे रिश्तेदार नहीं बल्कि प्रतिष्ठित कोच हैं। आपकी सरकार ने ही उन्हें कैश अवार्ड दिया था। वह भी 25 लाख नहीं बल्कि 35 लाख रूपये। उनको सरकार ने लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया था। यह अवार्ड अपने कैरियर में देश को 100 से अधिक इंटरनेशनल पहलवान देने पर मिलता है। आपको बातें सही से समझ नहीं आती, मुझे नहीं लगते की आप कभी स्कूल गये हो। साक्षी ने कहा कि आप कहते हो कि हम तीनों यानि साक्षी, बजरंग, विनेश का कुश्ती कैरियर खत्म हो चुका है मगर याद करो कि करीब 10 महीने पहले ही हम तीनों ने राष्ट्रमंडल खेलों में देश के लिए गोल्ड मेडल जीते थे। साक्षी मलिक ने योगेश्वर से पूछा कि रियो ओलंपिक में आप हमारे साथ थे। गेम से 4 दिन पहले दूसरे देश में मेरा दोबारा ट्रायल लिया गया। तब आपने कुश्ती के लिए के लिए आवाज क्यों नहीं उठाई। योगेश्वर दत्त और बबीता फोगाट हमारे पीछे हाथ धोकर पीछे पड़ गए हैं।