Stock Market Crash: बुरी तरह लड़खड़ाया शेयर बाजार, निवेशकों को 7.46 लाख करोड़ रुपये डूबे
नई दिल्ली, 28 फरवरी (एजेंसी/ट्रिन्यू)
Stock Market Crash: घरेलू शेयर बाजार में शुक्रवार सुबह जबरदस्त गिरावट देखी गई, जिससे निवेशकों को 7.46 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। सेंसेक्स 1,000 अंक से ज्यादा टूट गया, जिसका असर निवेशकों की संपत्ति पर भी पड़ा। वैश्विक बाजारों में मंदी और विदेशी फंडों की लगातार निकासी के चलते यह गिरावट दर्ज की गई।
सेंसेक्स 1,032 अंक गिरा, बाजार पूंजीकरण में भारी गिरावट
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,032.99 अंक (1.38%) गिरकर 73,579.44 पर पहुंच गया। इस गिरावट के चलते बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 7,46,647.62 करोड़ रुपये घटकर 3,85,63,562.91 करोड़ रुपये (4.42 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर) हो गया।
ये स्टॉक्स रहे प्रभावित
सेंसेक्स पैक में टेक महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, मारुति, एचसीएल टेक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इंफोसिस, महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाइटन के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट रही। वहीं, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और अदाणी पोर्ट्स के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई।
वैश्विक बाजारों में भी गिरावट का असर
एशियाई बाजारों में भी मंदी देखने को मिली। सियोल, टोक्यो, शंघाई और हांगकांग के शेयर बाजार भारी गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार भी गुरुवार को बड़ी गिरावट के साथ बंद हुए।
अमेरिकी टैरिफ नीति ने बढ़ाई चिंता
रिलायंस सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड विकास जैन ने कहा, "अमेरिकी बाजार पांच महीने के निचले स्तर पर बंद हुए। अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में उछाल देखा गया, जो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई टैरिफ नीतियों के कारण हुआ है।"
वहीं, जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वी.के. विजयकुमार ने कहा कि "शेयर बाजार अनिश्चितता पसंद नहीं करता, और जब से ट्रंप दोबारा राष्ट्रपति बने हैं, तब से यह अनिश्चितता और बढ़ी है। चीन पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा ने बाजारों पर नकारात्मक असर डाला है।"
एफआईआई ने भी निकाले पैसे, कच्चे तेल में गिरावट
गुरुवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने भारतीय शेयर बाजार से 556.56 करोड़ रुपये की निकासी की। वहीं, वैश्विक कच्चे तेल का बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.51% गिरकर 73.66 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।