भगदड़... 18 मौतें और निशाने पर रेलवे
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
नयी दिल्ली, 16 फरवरी
नयी दिल्ली स्टेशन पर शनिवार रात भगदड़ में 18 लोगों की मौत के बाद रेलवे निशाने पर है। पहली वजह महाकुंभ यात्रियों की भारी भीड़ होने के अनुमान के बावजूद कुप्रबंधन। दूसरा, त्रासदी के बाद रेलवे की शुरुआती प्रतिक्रिया, जिसमें दावा किया गया कि नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कोई भगदड़ नहीं मची, इसे अफवाह बताया गया।
घटना शनिवार रात करीब 9:15 बजे हुई और रविवार रात 1:09 बजे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भगदड़ की बात स्वीकारते हुए पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। विपक्षी दलों ने रेलवे और रेल मंत्री पर निशाना साधा। कांग्रेस ने कहा कि रेल मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। पूर्व रेल मंत्री पवन कुमार बंसल ने कहा, ‘किसी स्थिति से निपटने का यह तरीका नहीं है, खासकर जब भारी भीड़ की आशंका हो। रेलवे स्थिति का पूर्वानुमान लगाने और प्रबंधन करने की अपनी जिम्मेदारी में स्पष्ट रूप से विफल रहा। सारा दोष रेल मंत्री पर आकर रुकता है।’ तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने रेल मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की और आरोप लगाया कि केंद्र पर भगदड़ को छिपाने का प्रयास किया। इस बीच, रेल मंत्री ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिये।
रेलवे ने कहा- प्लेटफॉर्म बदलने की घोषणा नहीं की
रेलवे ने एक बयान में कहा है कि नयी दिल्ली स्टेशन पर न तो प्लेटफार्म बदला गया था और न ही कोई विशेष ट्रेन रद्द की गयी थी। बयान में कहा गया, ‘प्रयागराज एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म 14 से चलनी थी। महाकुंभ यात्रियों की भीड़ को देखते हुए प्लेटफॉर्म 12 से प्रयागराज के लिए विशेष ट्रेन की घोषणा की गयी।... यह बताया गया है कि भगदड़ जैसी स्थिति प्लेटफॉर्म 14 से 12 पर विशेष ट्रेन में चढ़ने के लिए यात्रियों की अचानक आवाजाही के कारण उत्पन्न हुई।’