शशि थरूर ने स्वीकारी PAK की पोल खोलने की जिम्मेदारी, X पर लिखा, जय हिंद
नई दिल्ली, 17 मई (ट्रिन्यू)
Shashi Tharoor: ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सरकार द्वारा शुरू किए गए वैश्विक प्रचार अभियान में सांसदों के चयन को लेकर सियासत गरमा गई है। कांग्रेस पार्टी की ओर से भेजी गई सूची में नाम नहीं होने के बावजूद शशि थरूर ने सरकार का न्योता स्वीकार कर लिया है और सात में से एक महत्वपूर्ण प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने को तैयार हो गए हैं। वहीं, एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने भी सरकार का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।
आज जैसे ही संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने इस बहुपक्षीय प्रचार अभियान की रूपरेखा पेश की, थरूर ने तुरंत सरकार के निमंत्रण को स्वीकार करते हुए एक्स पर लिखा, "मुझे भारत सरकार द्वारा पांच प्रमुख वैश्विक राजधानियों में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने का सम्मान मिला है, ताकि हालिया घटनाओं पर भारत का दृष्टिकोण प्रस्तुत किया जा सके। जब बात राष्ट्रीय हित की हो और मेरी सेवाओं की आवश्यकता हो, तो मैं पीछे नहीं हटूंगा। जय हिंद"
कांग्रेस ने भेजे थे चार अन्य नाम, थरूर का नहीं था नाम
थरूर को पार्टी द्वारा नामित नहीं किया गया था। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इसके कुछ देर बाद ट्वीट कर जानकारी दी कि कांग्रेस अध्यक्ष ने सरकार को चार नामों की सूची भेजी थी, जिनमें आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, सैयद नासिर हुसैन और अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के नाम शामिल थे।
कौन थे पहले से विचाराधीन नाम?
सूत्रों के अनुसार, सरकार और कांग्रेस के बीच हुई बातचीत में पहले थरूर, मनीष तिवारी, सलमान खुर्शीद और अमर सिंह के नामों पर चर्चा हुई थी। मनीष तिवारी और सलमान खुर्शीद को दो प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व करना था, लेकिन कांग्रेस ने अंतिम सूची में उन्हें शामिल नहीं किया।
जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा...
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा, "कल सुबह संसदीय कार्य मंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता से बात की। पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को लेकर भारत के रुख को समझाने के लिए विदेश भेजे जाने वाले प्रतिनिधिमंडलों के लिए चार सांसदों के नाम प्रस्तुत करने के लिए कहा गया था।"
उन्होंने कहा कि शुक्रवार दोपहर को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने संसदीय कार्य मंत्री को कांग्रेस की ओर से चार नाम देते हुए पत्र लिखा। रमेश के अनुसार, राहुल गांधी ने प्रतिनिधिमंडल के लिए आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, सैयद नासिर हुसैन और अमरिंदर सिंह राजा वडिंग का नाम दिया है।
सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों की योजना
रिजिजू ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ भारत की कड़ी प्रतिक्रिया के संदर्भ में सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल विश्व के प्रमुख देशों, विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों में भेजे जाएंगे। ये प्रतिनिधिमंडल भारत की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति और राष्ट्रीय एकजुटता को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करेंगे।
इन सात नेताओं को नेतृत्व की जिम्मेदारी दी गई
- शशि थरूर (कांग्रेस)
- रविशंकर प्रसाद (भाजपा)
- संजय कुमार झा (जदयू)
- बैजयंत पांडा (भाजपा)
- कनिमोझी करूणानिधि (डीएमके)
- सुप्रिया सुले (एनसीपी)
- श्रीकांत एकनाथ शिंदे (शिवसेना)