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पंजाब : बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्य तेज़

एनडीआरएफ की 14, एसडीआरएफ की 2 टीमें 24 घंटे एक्शन में
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पटियाला में मंगलवार को उपायुक्त साक्षी साहनी बड़ी नदी का जलस्तर बढ़ जाने के बाद अर्बन एस्टेट के बाढ़ग्रस्त इलाके में सेना के अधिकारियों के साथ राहत एवं बचाव कार्यों के बारे में सलाह करते हुए। -राजेश सच्चर
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चंडीगढ़, 11 जुलाई (निस)

पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्य तेज़ कर दिए गए हैं। लोगों के जान-माल को बचाने के साथ-साथ पशुधन की सुरक्षा के लिए भी प्रभावशाली कदम उठाये जा रहे हैं। एक प्रवक्ता ने बताया कि रोपड़, पटियाला, लुधियाना, मोहाली, फतेहगढ़ साहिब, मोगा, जालंधर, फ़िरोज़पुर, कपूरथला, तरनतारन और संगरूर जिलों के सीनियर वैटरनरी अफसरों को 50 हज़ार रुपए प्रति ज़िला दवाएं खरीद कर भेजी गई हैं। प्रवक्ता ने कहा कि राहत कार्यों को और प्रभावी बनाने के लिए एनडीआरएफ की 14 टीमें और एसडीआरएफ की 2 टीमें ( जालंधर और कपूरथला) बाढ़ प्रभावित इलाकों में 24 घंटे काम कर रही हैं। इनमें से एनडीआरएफ की 3 टीमें मोहाली में, रूपनगर में 5, पटियाला में 2, जालंधर, फतेहगढ़ साहिब, संगरूर और एसबीएस नगर में 1-1 टीम तैनात की गई है। इसके अलावा 3 टीमों को अलर्ट पर रखा गया है। सोमवार रात तक 9000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका था।

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इसके इलावा वैटरनरी डाक्टरों और अन्य स्टाफ आधारित रैपिड रिस्पांस टीमों का गठन किया गया है जिनकी तैनाती बाढ़ प्रभावित इलाकों में की गई है। ज़रूरत पड़ने पर पशुओं के लिए चारे का भी प्रबंध कर लिया गया है।

प्रवक्ता ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने भी मानवीय जानों की रक्षा के लिए अस्पतालों को ग्रांट जारी कर दी है ताकि ज़रूरी दवाओं की व्यवस्था की जा सके। उन्होंने बताया कि आपात स्थिति से निपटने के लिए ज़िला अस्पतालों को 12.5 लाख रुपए जारी किये गए हैं। इसके अलावा सभी जिलों में रैपिड रिस्पांस टीमें बना दी गई हैं और नोडल अधिकारियों की तैनाती कर दी गई है।

प्रवक्ता ने कहा कि जिन इलाकों में बाढ़ की स्थिति गंभीर है, वहां स्थायी मेडिकल कैंप स्थापित किये गए हैं। इसके साथ ही सिविल सर्जन और रैपिड रिस्पांस टीमें ज़िला प्रशासन के साथ मिलकर अधिक खतरे वाले गांवों और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में डटी हैं। पानी घटने के बाद पानी से पैदा होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए लारवीसाइड का छिड़काव किया जायेगा। बाढ़ प्रभावित इलाकों में 7500 से अधिक मेडिकल स्टाफ तैनात किया गया है। इससे पहले बाढ़ से निपटने के लिए राज्य के सभी डिप्टी कमिश्नरों को 33.50 करोड़ रुपए की राशि जारी की जा चुकी है।

पटियाला में नदी उफान पर, सेना ने सैकड़ों लोग भेजे सुरक्षित स्थान पर

संगरूर (निस) : पटियाला में बड़ी नदी के उफान पर आने के बाद आसपास के इलाकों में पानी भर जाने के चलते बचाव अभियान जारी है। आज सुबह जिला प्रशासन और सेना के अधिकारियों ने गोबिंद बाग कॉलोनी से कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। उपायुक्त साक्षी साहनी बचाव कार्य की निगरानी कर रही हैं। कई हिस्सों में जलस्तर बढ़ने के बाद पटियाला प्रशासन और सेना के अधिकारी अर्बन एस्टेट फेज-II से निवासियों को हटा रहे हैं। देर रात पटियाला में जिला प्रशासन अलर्ट पर रहा। उपायुक्त खुद सड़कों पर उतरीं और बाढ़ग्रस्त इलाकों में मदद पहुंचाई। पानी बढ़ने के कारण पटियाला-राजपुरा, पटियाला-देवीगढ़ मार्ग पर यातायात बंद कर दिया गया है। सेना घरों से लोगों को निकाल कर शिविरों में भेज रही है। सेना अब तक सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज चुकी है।

बाढ़ प्रभावित जिलों में बांटे जा रहे राशन के पैकेट

चंडीगढ़/ लुधियाना (निस) : खाद्य सप्लाई विभाग की तरफ से बाढ़ प्रभावित जिलों मोहाली, जालंधर, लुधियाना, पटियाला, रूपनगर, फतेहगढ़ साहिब, तरन तारन, कपूरथला, नवांशहर और संगरूर में सूखे राशन के पैकेट बांटे जा रहे हैं। संबंधित जिलों की तरफ से 38,300 पैकटों की मांग की गई है, जिसकी पूर्ति के लिए जालंधर, मोहाली, अमृतसर, पटियाला और लुधियाना के पांच नोडल प्वाइंटों जैसे जालंधर के मार्कफेड कैनरीज़ ( जालंधर, कपूरथला, नवांशहर जिलों के लिए), मोहाली मिल्क प्लांट (मोहाली, रोपड़, फतेहगढ़ साहिब जिलों के लिए), मिल्क प्लांट लुधियाना (लुधियाना और मोगा जिलों के लिए), मिल्क प्लांट पटियाला ( पटियाला, संगरूर जिलों के लिए), मिल्क प्लांट अमृतसर ( अमृतसर, तरन तारन और गुरदासपुर के लिए) में भारी मात्रा में सूखे भोजन के पैकेट तैयार किये जा रहे हैं।

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