Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

PM Modi Saudi Arabia Visit: भारत, सऊदी अरब के बीच छह समझौतों पर हस्ताक्षर की उम्मीद, मोदी हज कोटे पर करेंगे चर्चा

PM Modi Saudi Arabia Visit: 40 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली जेद्दा यात्रा
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।
Advertisement

नयी दिल्ली, 22 अप्रैल (भाषा)

PM Modi Saudi Arabia Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जेद्दा यात्रा के दौरान मंगलवार को भारत और सऊदी अरब के बीच कम से कम छह समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है तथा कुछ और समझौतों को अंतिम रूप देने के लिए सोमवार देर रात बातचीत जारी रही। सूत्रों ने यह जानकारी दी।

Advertisement

उच्च पदस्थ सूत्रों ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया कि मोदी शाम को सऊदी अरब के ‘क्राउन प्रिंस' एवं प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद के साथ अपनी बैठक के दौरान भारतीय हज यात्रियों के लिए कोटा सहित हज से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे। इन समझौतों में दोनों पक्षों द्वारा अंतरिक्ष, ऊर्जा, स्वास्थ्य, विज्ञान और वैज्ञानिक अनुसंधान, संस्कृति और उन्नत प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है।

एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, ‘‘रियाद में सोमवार देर रात तक बैठकें जारी रहीं, जिसमें 12 से अधिक सहमति पत्रों पर चर्चा हुई। इनमें से कुछ पर आधिकारिक स्तर पर हस्ताक्षर किए जाने हैं।''

सूत्रों ने बताया कि मोदी के आगमन से 24 घंटे पहले अतिरिक्त व्यापार, निवेश और रक्षा समझौतों को अंतिम रूप देने के प्रयास जारी थे। मोदी सऊदी अरब के ‘क्राउन प्रिंस' मोहम्मद बिन सलमान के निमंत्रण पर मंगलवार दोपहर को सऊदी पहुंचेंगे, जो 40 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली जेद्दा यात्रा होगी।

सऊदी अरब में भारतीय राजदूत सुहेल एजाज खान ने प्रधानमंत्री की यात्रा से पहले ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, ‘‘भारत और सऊदी अरब के बीच संपर्क के मामले में जेद्दा एक बहुत ही महत्वपूर्ण शहर है क्योंकि सदियों से जेद्दा दोनों देशों के बीच व्यापार के लिए बंदरगाह रहा है और यह मक्का का प्रवेश द्वार भी है। इसलिए जो कोई भी उमराह और हज के लिए आता है, वह जेद्दा में उतरता है और फिर मक्का जाता है।''

राजदूत ने कहा, ‘‘हज एक बहुत ही महत्वपूर्ण धार्मिक तीर्थयात्रा है और भारत सरकार इसे बहुत महत्व देती है। अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय इसके लिए इंतजाम कर रहा है... द्विपक्षीय वार्ता में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। सऊदी सरकार और भारत के बीच हज को लेकर हमेशा से बहुत अच्छा समन्वय रहा है।''

वर्ष 2025 के लिए भारत का हज कोटा 2014 में 136,020 से बढ़कर 175,025 हो गया है, जिसमें 122,518 तीर्थयात्रियों की व्यवस्था को अंतिम रूप दिया गया है। हालांकि, अनुबंध समझौतों में संयुक्त हज समूह संचालकों द्वारा देरी के कारण लगभग 42,000 भारतीयों के इस साल हजयात्रा करने की संभावना नहीं है।

मोदी और ‘क्राउन प्रिंस' द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री की 2019 की यात्रा के दौरान स्थापित रणनीतिक साझेदारी परिषद की दूसरी बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे। बुधवार को प्रधानमंत्री भारतीय श्रमिकों को रोजगार देने वाली एक फैक्टरी का भी दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी को 2016 में सऊदी अरब के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया था।

दोनों देशों के बीच संबंधों ने रणनीतिक स्तर पर प्रगाढ़ता और गति हासिल कीः मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि सऊदी अरब के साथ अपने लंबे और ऐतिहासिक संबंधों को भारत बहुत महत्व देता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हाल के वर्षों में दोनों देशों के बीच संबंधों ने रणनीतिक स्तर पर प्रगाढ़ता और गति हासिल की है।

सऊदी अरब के वली अहद (क्राउन प्रिंस) मोहम्मद बिन सलमान के निमंत्रण पर सऊदी अरब की दो दिवसीय यात्रा से पहले अपने प्रस्थान वक्तव्य में मोदी ने कहा कि दोनों देशों ने रक्षा, व्यापार, निवेश, ऊर्जा और लोगों के बीच संबंधों के क्षेत्रों में पारस्परिक रूप से लाभकारी और ठोस साझेदारी विकसित की है।

मोदी ने कहा, ‘‘क्षेत्रीय शांति, समृद्धि, सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए हमारी साझा रुचि और प्रतिबद्धता रही है।'' उन्होंने कहा कि यह देश की उनकी तीसरी और ऐतिहासिक शहर जेद्दा की पहली यात्रा होगी। उन्होंने कहा कि वह 2023 में मोहम्मद बिन सलमान की भारत की अत्यधिक सफल राजकीय यात्रा के बाद अपनी इस यात्रा को लेकर और ‘स्ट्रटजिक पार्टनरशिप काउंसिल' की दूसरी बैठक में भाग लेने के लिए उत्सुक हैं। मोदी ने वली अहद सलमान के लिए ‘‘मेरे भाई'' संबोधन का इस्तेमाल किया।

उन्होंने कहा कि वह सऊदी अरब में भारतीय समुदाय से जुड़ने के लिए भी उत्सुक हैं, जो दोनों देशों के बीच जीवंत सेतु के रूप में सतत काम कर रहा है और सांस्कृतिक एवं मानवीय संबंधों को मजबूत करने में बहुत बड़ा योगदान देता है।

Advertisement
×