हिमाचल : सरपारा के कंधार गांव में बादल फटा, दो मकान, स्कूल और डेढ़ दर्जन मवेशी बहे
ज्ञान ठाकुर/हप्र
शिमला, 26 जुलाई
हिमाचल प्रदेश में मानसून लगातार कहर बरपा रहा है। दुश्वारियां लगातार कायम हैं। शिमला जिला के रामपुर उपमंडल की सरपारा पंचायत के कंधार गांव में आज हुई बादल फटने की एक घटना में दो मकान, एक स्कूल और 17 भेड़-बकरियां तथा एक गाय पानी के तेज बहाव में बह गईं। इस घटना के बाद गांव वासी दहशत में हैं और अपने घरों को छोड़ सुरक्षित स्थान पर चले गए हैं। भारी बारिश से रामपुर उपमंडल की नैनी और कुन्नी खड्डों में भी बाढ़ आ गई है। भारी बारिश और भूस्खलन के चलते हिंदुस्तान-तिब्बत मार्ग झाकड़ी के निकट बरौनी खड्ड और ज्यूरी के समीप डैट ज्यूरी में अवरुद्ध हो गया है। लगातार बारिश और पहाड़ से चट्टानें खिसकने के कारण इस मार्ग पर यातायात बहाल करने में बाधा आ रही है। राष्ट्रीय राजमार्ग अधिकारियों ने मशीनरी मौके पर तैनात कर दी है और सड़क को खोलने के प्रयास जारी है। हालांकि किन्नौर जि़ला में इस सड़क पर यातायात सामान्य बना हुआ है और सभी बसों को निर्धारित समय के अनुसार शिमला की ओर भेजा जा रहा है।
उधर सिरमौर जिला में भारी वर्षा का क्रम लगातार जारी है। जिले के अधिकांश हिस्सों में देर रात से भारी वर्षा हो रही है। इसके चलते पावंटा साहिब-शिलाई राष्ट्रीय राजमार्ग कई स्थानों पर अवरुद्ध है। जिले में दो दर्जन से अधिक सम्पर्क मार्ग भी अवरूद्ध है जिस कारण यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। भारी बारिश के चलते जिले के सभी नदी-नाले उफान पर है। भारी बारिश के चलते गिरी नदी पर बने जटोन डैम के फ्लड गेट बीती रात से खोल दिए गए हैं। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने नदी के निचले इलाकों में लोगों को सचेत रहने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन के अनुसार फ्लड गेट खोलने से निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ से हालात का भी लोगों को सामना करना पड़ सकता है।
भूस्खलन के चलते 6 मील के पास रास्ता बंद
शिमला, सोलन, कुल्लू, बिलासपुर और मंडी जि़ला के कई हिस्सों में भी बीती रात से रूक-रूक कर वर्षा का क्रम जारी है। मंडी-मनाली राष्ट्रीय मार्ग बीती रात हुए भूस्खलन के चलते 6 मील के पास रात एक बजे से यातायात के लिए बंद है। इस मार्ग को खोलने के प्रयास जारी है। फिलहाल हल्के वाहनों को वाया कमांद-कटौला और गोहर चैलचौक होकर भेजा जा रहा है। चंबा जिला के चुराह उपमंडल मुख्यालय को जोड़ने वाली सड़क तीसा के पास भूस्खलन के कारण यातायात के लिए बंद है। इस कारण लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। शिमला जिला की छैला-सैंज-नेरीपुल और टिक्कर-ननखड़ी-खमाड़ी सड़क भी यातायात के लिए अवरूद्ध है।
8 जिलों में ऑंरेंज अलर्ट जारी
इस बीच मौसम विभाग ने राज्य में 29 जुलाई तक मानूसन के पूरी तरह सक्रिय बने रहने की संभावना जताई है। विभाग ने आज और कल राज्य के 8 जिलों बिलासपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर में भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग ने किन्नौर, हमीरपुर और ऊना जि़लों में भी इस दौरान भारी वर्षा का यलो अलर्ट जारी किया है।