टोक्यो, 3 अगस्त (एजेंसी)
भारतीय हॉकी टीम का 41 साल बाद ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने का सपना मंगलवार को यहां बेल्जियम के हाथों अंतिम चार में 2-5 से करारी हार के साथ टूट गया लेकिन टोक्यो खेलों में टीम अब भी कांस्य पदक की दौड़ में बनी हुई है। भारतीय टीम एक समय बढ़त पर थी लेकिन अंतिम 11 मिनट में तीन गोल गंवाने और अलेक्सांद्र हैंड्रिक्स (19वें, 49वें और 53वें मिनट) की हैट्रिक उस पर भारी पड़ गयी।
विश्व चैंपियन बेल्जियम की तरफ से हैंड्रिक्स के अलावा लोइक फैनी लयपर्ट (दूसरे) और जॉन जॉन डोहमेन (60वें मिनट) ने भी गोल किये। भारत की तरफ से हरमनप्रीत सिंह ने सातवें और मनदीप सिंह ने आठवें मिनट में गोल किये थे। बेल्जियम रियो ओलंपिक का रजत पदक विजेता है और उसने इस तरह से लगातार दूसरी बार ओलंपिक फाइनल में जगह बनायी है। भारत ने आखिरी बार मास्को ओलंपिक 1980 में फाइनल में जगह बनायी थी और तब टीम ने अपने आठ स्वर्ण पदकों में से आखिरी स्वर्ण पदक जीता था।
सेमीफाइनल में हार के लिये भारतीय टीम ही दोषी रही क्योंकि बेल्जियम ने 4 गोल पेनल्टी कार्नर पर किये। विश्व चैंपियन टीम ने भारतीय रक्षापंक्ति पर लगातार दबाव बनाये रखा और 14 पेनल्टी कार्नर हासिल किये जिनमें से 4 को उसने गोल में बदला। बेल्जियम की शुरू से ही रणनीति स्पष्ट थी कि भारतीय सर्कल में घुसकर पेनल्टी कार्नर हासिल करना है, क्योंकि उसके पास हैंड्रिक्स और लयपर्ट के रूप में दो पेनल्टी कार्नर विशेषज्ञ हैं। उन्होंने अपनी इस रणनीति पर अच्छी तरह से अमल किया तथा हैंड्रिक्स और लयपर्ट ने भी उन्हें निराश नहीं किया। भारत ने भी पांच पेनल्टी कार्नर हासिल किये लेकिन इनमें से वह केवल एक पर ही गोल कर पाया।
हार, जीत जीवन का हिस्सा : पीएम
नयी दिल्ली (एजेंसी) : पुरुष हॉकी के सेमीफाइनल में भारत की हार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि हार और जीत जीवन का हिस्सा है। भविष्य के लिए टीम को शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय टीम ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और यही मायने रखता है। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘जीत और हार जीवन का हिस्सा है। हमारी पुरुष हॉकी टीम ने टोक्यो में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और यही मायने रखता है। अगले मैच और भविष्य के लिए टीम को शुभकामनाएं। भारत को अपने खिलाड़ियों पर गर्व है।’ बाद में प्रधानमंत्री ने भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह से भी बात की।