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डीसी ने मारी कुप्रथा पर चोट तो सरपंच ने हटाई घूंघट की ओट

गांव ढाणी बीरन की कविता देवी ने महिला पंचायत प्रतिनिधियों को दिया घूंघट प्रथा खत्म करने का संदेश
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भिवानी में ग्रामीणों की समस्याएं सुनते उपायुक्त महावीर कौशिक। -हप्र
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अजय मल्होत्रा/हप्र

भिवानी, 26 अप्रैल

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तोशाम के गांव ढाणी बीरन में जिला प्रशासन के रात्रि ठहराव कार्यक्रम ने जिला भिवानी और हरियाणा ही नहीं, बल्कि पूरे देश भर के लिए पर्दा प्रथा को मिटाने का सार्थक संदेश दिया।

डीसी महावीर कौशिक की कुप्रथा पर चोट और अपील पर गांव की सरपंच कविता देवी ने तुरंत घूंघट की ओट खोल कर पर्दा प्रथा को मिटाने की पहल की। ग्रामीणों ने भी दोनों हाथ उठाकर गांव में बहुओं को अपनी बेटियों के समान मानते हुए गांव में पर्दा प्रथा को दूर करने का प्रण लिया।

रात्रि ठहराव कार्यक्रम के दौरान सरपंच प्रतिनिधि राजबीर ने गांव की समस्याओं को रखना चाहा तो उपायुक्त ने वास्तविक महिला सरपंच को समस्याएं रखने को कहा। इसी बीच, पता चला कि सरपंच कविता पढ़ी-लिखी होते हुए भी घूंघट करती हैं। उपायुक्त ने कहा कि यदि सभी ग्राम वासी पर्दा प्रथा को मिटाने का प्रण लेते हैं और सरपंच घूंघट से बाहर आकर समस्याएं रखती हैं तो ग्रामीणों द्वारा रखी जाने वाली प्रत्येक समस्या का समाधान करवाएंगे, चाहे इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री से भी सिफारिश क्यों न करनी पड़े। गांव की सरपंच कविता देवी तुरंत उठकर आगे आई और न केवल घूंघट हटाया, बल्कि पूरे गांव में पर्दा प्रथा को समाप्त करने में सहयोग देने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही रात्रि ठहराव कार्यक्रम में मौजूद समूचे ग्राम वासियों ने हाथ उठाकर महिला सरपंच की बात का समर्थन किया और डीसी को आश्वासन दिया कि वे गांव में बहुओं को अपनी बेटी के समान मानते हुए घूंघट प्रथा को समाप्त करवाएंगे।

समस्याओं के समाधान का दिया आश्वासन

पंचायत की ओर से मुख्य रूप से गांव ढाणी बीरन को ढाणी बजीना के नाम से करवाने, गांव में निर्बाध रूप से पेयजल सप्लाई, जोहड़ की रिटेनिंग वॉल बनवाने, गांव में युवाओं के लिए खेल का सामान उपलब्ध करवाने, गांव में सुबह-शाम रोडवेज की बस सेवा शुरू करवाने सहित कई आश्वासन दिए।

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