भिवानी, 5 मई (हप्र)
लगातार बारिश से बवानीखेड़ा मंडी में सरसों व गेहूं खराब हो गया है। इससे प्रत्येक आढ़ती का 50 हजार से लेकर 50 लाख रुपए तक का नुकसान हुआ है। खराब गेहूं को मंडी में सुखाया जा रहा है। खराब गेहूं से अब बदबू आने लगी है। उठान कार्य धीमी गति से होने के कारण कुछ सुखा गेहूं भी खुले में पड़ा है। बारिश अगर दोबारा हुई तो भारी नुकसान होना तय है। गेहूं व सरसों का उठान न होने से आढ़ती के साथ- साथ किसान भी परेशान हो गया है। उनके खाते में अभी तक रुपये नहीं आये है। मंडी आढ़तियों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही की वजह से यह स्थिति पैदा हुई है। मंडी में बारिश से बचाव के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी। अगर शेड की व्यवस्था होती, तो गेहूं व सरसों बचाया जा सकता था। गेहूं व सरसों की बोरियों में पानी भरने से बोरियां भीग गईं और गेहूं की गुणवत्ता खराब हो गई।
4 आढ़तियों को दिए नोटिस
सफीदों (निस) : रविवार देर रात क्षेत्र में हुई बारिश में सफीदों अनाज मंडी व खरीद केंद्रों पर बड़ी मात्रा में सरकारी खरीद का गेहूं भीग गया। अगर समय पर उठान हो गया होता तो नुकसान को काफी हद तक बचाया जा सकता था। आढ़तियों का कहना था कि इस सीजन में गेहूं को निपटाने में भारी दिक्कत हो रही है। दिक्कत यह भी है कि जब तक उठान नहीं हो जाता तब तक किसानों के खातों में उसकी फसल की पेमेंट नहीं डलेगी। बारिश के दौरान लापरवाही बरतने के आरोप में मार्किट कमेटी ने 4 कच्चा आढ़तियों को नोटिस थमाए हैं। नोटिस में आढ़तियों पर बारिश से गेहूं को बचाने में लापरवाही का आरोप है। आढ़तियों से तीन दिन में जवाब मांगा गया है।