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अविश्वास प्रस्ताव गिरा, रतिया प्रधान-उपप्रधान की कुर्सी बची

पूरा नहीं हुआ कोरम, 17 में से 11 पार्षद ही मीटिंग में पहुंचे

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फतेहाबाद स्थित लघु सचिवालय में बैठक में मौजूद एडीसी अनुराग ढालिया व पार्षद। -हप्र
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मदन लाल गर्ग/उपेंद्र गोस्वामी/हप्र/निस

फतेहाबाद/रतिया, 22 मई

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रतिया नगरपालिका की प्रधान प्रीति खन्ना और उपप्रधान जोगिंद्र नंदा की कुर्सी आखिरकार बच गई। बृहस्पतिवार को फतेहाबाद के लघु सचिवालय में अविश्वास प्रस्ताव के लिए बैठक बुलाई गई थी। बैठक में अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले 14 पार्षदों में से 11 ही पहुंचे, जबकि बैठक के लिए कोरम पूरा करने के लिए 12 पार्षदों का हाजिर होना जरूरी था। बैठक का कोरम पूरा न होने पर अतिरिक्त उपायुक्त अनुराग ढालिया ने बैठक को रद्द करते हुए अविश्वास प्रस्ताव खारिज कर दिया।

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उन्होंने कहा कि टोटल 17 पार्षदों में से प्रधान को हटाने के लिए 14 और उपप्रधान के लिए 12 पार्षदों की मीटिंग में हाजिरी होना जरूरी था लेकिन बैठक में 11 पार्षद ही पहुंचे।

गौरतलब है कि अविश्वास प्रस्ताव आने से एक दिन पहले ही प्रधान प्रीति खन्ना सीएम नायब सैनी से मिलने चंडीगढ़ पहुंची थी तथा अपनी कुर्सी बचाने के लिए हाईकोर्ट में भी याचिका दाखिल की थी। जिस पर हाईकोर्ट ने कोई फौरी राहत न देते हुए सुनवाई की तारीख 20 अगस्त तय की थी।

रतिया नगर पालिका के बागी पार्षद करीब पांच महीने से प्रधान व उपप्रधान को हटाने के लिए जुटे हुए थे। इसके लिए 14 पार्षद बार-बार जिला उपायुक्त से अविश्वास प्रस्ताव के लिए बैठक बुलाने के लिए उनके कार्यालय के चक्कर लगा रहे थे। पार्षदों के विरोध के चलते ही नगर पालिका रतिया का चालू वित्त वर्ष का बजट भी अभी तक पास नहीं हो सका है जबकि सात बार बजट बैठक बुलाई जा चुकी हैं।

3 बागियों को मनाने में सफल रहा प्रधान गुट

बागी 14 पार्षद सेंधमारी से बचने के लिए भारत भ्रमण पर चले गए थे जो कल तक अभी तक एकजुट नजर आ रहे थे। लेकिन प्रधान गुट बागी पार्षदों में सेंधमारी करने में सफल हो गया तथा बृहस्पतिवार को बैठक में पहुंचने से पहले प्रधान गुट ने 3 बागी पार्षदों को बैठक में न आने के लिए मना लिया। जिस कारण बैठक में 11 पार्षद ही पहुंचे।

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