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मदवि ने विभिन्न संकायों में शुरू किए नये चार वर्षीय पाठ्यक्रम

रोहतक, 30 मई (हप्र) महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय ने सत्र 2024-2025 हेतु विभिन्न संकायों में नए चार वर्षीय पाठ्यक्रम एनईपी 2020 को लागू करते हुए प्रारंभ किए हैं। ये पाठ्यक्रम कुछ विभागों में पूर्व में चलाए जा रहे पंचवर्षीय समेकित पाठ्यक्रमों...
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रोहतक, 30 मई (हप्र)

महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय ने सत्र 2024-2025 हेतु विभिन्न संकायों में नए चार वर्षीय पाठ्यक्रम एनईपी 2020 को लागू करते हुए प्रारंभ किए हैं। ये पाठ्यक्रम कुछ विभागों में पूर्व में चलाए जा रहे पंचवर्षीय समेकित पाठ्यक्रमों से बिल्कुल अलग हैं।

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एमडीयू ने इन चार वर्षीय पाठ्यक्रमों, जो कि यूजी आनर्स तथा यूजी ऑनर्स विद रिसर्च वर्ग के हैं, के लिए फीस इन पाठ्यक्रमों को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए जरूरी फैकल्टी सदस्यों के वेतन, प्रयोगशाला तथा पाठ्यक्रम संबंधित इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरतों, बाह्य विशेषज्ञों के मानदेय समेत पाठ्यक्रमों की वित्तीय व्यवहार्यता के तहत निर्धारित की है। एनईपी पाठ्यक्रमों के तहत टीचिंग वर्कलोड के लिए बजटीय शैक्षणिक पदों की सरकार से स्वीकृति होनी बाकी है। अत: विश्वविद्यालय को स्व-वित्त पोषित माध्यम से इन पाठ्यक्रमों का संचालन करना होगा।

उल्लेखनीय है कि सरकार की शिक्षा नीति के तहत प्रदेश में एनईपी 2020 का क्रियान्वयन अनिवार्य है। पाठ्यक्रमों की विशेषता है कि इसके तहत विद्यार्थी चयनित विषय में सिंगल मेजर कोर्स के साथ स्किल रिलेटेड कोर्स, वोकेशनल कोर्स, एबिलिटी एनहांसमेंट कोर्स, वैल्यू एडेड कोर्स भी पढ़ेगा। पारंपरिक कोर्स के साथ-साथ रोजगारपरक कोर्स पढ़ रोजगार योग्य, स्व-रोजगार तथा उद्यमिता योग्य बन जाएगा। चार वर्षीय यूजी ऑनर्स पाठ्यक्रम पूरा करने की सूरत में एक वर्षीय पीजी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए पात्र होगा। साथ ही, चार वर्षीय यूजी आनर्स विद रिसर्च उत्तीर्ण करने के बाद पीएचडी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए भी पात्र होगा।

एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय में कोई भी प्रतिभावान विद्यार्थी वित्तीय दिक्कत की वजह से एमडीयू विभागों में प्रवेश उपरांत उच्च शिक्षा से वंचित न हो, इसका पूरा ध्यान विश्वविद्यालय प्रशासन रखेगा।

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