450 करोड़ के बीमा क्लेम को कर दिया 89 करोड़
भिवानी, 5 जून (हप्र)
बीमा कंपनी व सरकार की पोल खोलने के लिए किसान सभा ने 7 जून से लोहारू हलके के विभिन्न गांव में जनजागृति अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इसके लिए कमेटियों का गठन कर दिया है। सैटलाइट इमेजिंग के नाम पर 450 करोड़ बीमा क्लेम को 89 करोड़ कर दिया गया तो इससे किसानों को 311 करोड रुपए का नुकसान हुआ है।
यह निर्णय अखिल भारतीय किसान सभा व संयुक्त किसान मोर्चा की आज गांव ओबरा में आयोजित बैठक में लिया गया है। बैठक की अध्यक्षता सभा के लोहारू हल्का प्रधान शीश राम व बहल प्रधान धनपत सुबेदार ने की। इस दौरान जिला प्रधान रामपाल देशवाल व जिला सचिव मास्टर जगरोशन व कविता आर्य उपस्थित रहे।
जिला प्रधान रामपाल देशवाल ने बताया कि क्रॉप कटिंग नियम के अनुसार खरीफ फसल- 2023 कपास का बीमा क्लेम भिवानी व दादरी का साढ़े चार सौ करोड़ रुपये बना, उस समय के प्रदेश के वित्त मंत्री बार-बार किसानों को विश्वास दिलाते थे कि आपको इस बार अच्छा बीमा दिलाएंगे और क्रॉप कटिंग के आधार पर एक सूची भी गांव वाइज प्रत्येक एकड़ कितना बीमा मिलेगा, यह भी जारी हुई थी, लेकिन चुनाव के एन वक्त सरकार के अधिकारियों ने क्षेमा बीमा कंपनी के साथ मिलकर किसानों के साथ एक बड़ा घोटाला किया। किसान सभा मांग करती है कि घोटाले की न्यायिक जांच की जाए और दोषियों को सजा मिले।
जिला सचिव मास्टर जगरोशन ने बताया कि आज बुवाई का समय आ गया है। ग्वार व कपास जैसी फसलों में डीएपी की विशेष जरूरत है, लेकिन जिले में एक दाना भी डीएपी नहीं है तो किसान अगली फसल की बुवाई कैसे होगी। अखिल भारतीय किसान सभा सरकार से मांग करती है कि यह डीएपी की आपूर्ति की जाए, ताकि किसान समय पर अपनी फसल को उगा सके यदि ऐसा नहीं हुआ तो डीएपी का आंदोलन भी साथ- साथ चलेगा। इसके अलावा जो अन्य मुद्दे हैं।
किसानों के खेतों से गुजरने वाली हाई वोल्टेज लाईन के टावरो का फसल व भूमि का मुआवजा दिया जाए, किसानों से ट्युबल कनेक्शन की संपूर्ण राशि भरवा रखी है फिर भी कनेक्शन नहीं हो रहे तो अखिल भारतीय किसान सभा मांग करती है कि जल्द से जल्द यह कनेक्शन जारी किए जाएं यदि ऐसा नहीं होता है तो संयुक्त किसान मोर्चा बड़े आंदोलन के लिए मजबूर होगा और यह आंदोलन पूरे प्रदेश के स्तर पर भी फैल सकता है तो इसीलिए हम सरकार को आगाह करना चाहते हैं यदि सरकार ने समय रहते नहीं चेता तो आगामी आंदोलन की समस्त जिम्मेवारी हरियाणा सरकार व स्थानीय प्रशासन की होगी।
इस अवसर पर मुख्य रूप से पूर्व विधायक मास्टर धर्मपाल ओबरा, कर्ण सिंह जेनावास मंदरूप यादव, हवासिंह जांगड़ा, विनोद जांगड़ा, दलवीर चैहड, माईराम कासनी, धर्मपाल व राजकुमार नंबरदार, रामचंद्र फौजी आदि उपस्थित रहे।