Haryana News : लगातार संपर्क, काउंसलिंग नशा छुड़ाने में कारगर
फतेहाबाद, 6 जून (हप्र)
पुलिस में नशे के खिलाफ लड़ाई में फतेहाबाद पुलिस ने मिसाल कायम की है। ज़िले की विशेष नशा मुक्ति टीम ने पीड़ित केंद्रित कार्य प्रणाली और मानवीय संवेदनाओं से जुड़ी रणनीति से वह कर दिखाया है जो अक्सर सिर्फ़ योजनाओं तक सीमित रह जाता है। एसपी सिद्धांत जैन द्वारा लागू केयर टेकर कॉन्सेप्ट ने जमीनी स्तर पर नशा मुक्ति अभियान को नई दिशा दी है। नवाचार के तहत हर 10 ड्रग पीड़ितों पर एक एसपीओ (स्पेशल पुलिस ऑफिसर) को नियुक्त किया है जो न केवल नियमित रूप से फोन पर संपर्क में रहते हैं, बल्कि नशे के पीड़ितों को इलाज जारी रखने के लिए प्रेरित भी करते हैं। साथ ही 2-2 गांव या वार्डों में संबंधित थाना स्तर से नियुक्त पुलिसकर्मी न केवल निगरानी रखते हैं, बल्कि केयर टेकरों को सहयोग भी देते हैं।
डोर-टू डोर काउंसलिंग
नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए जिला पुलिस द्वारा शिक्षण संस्थानों में सेमिनार, गांवों व कस्बों में नुक्कड़ सभाओं का आयोजन किया जा रहा है। डोर टू डोर नशा पीड़ितों की काउंसलिंग की जाती है। पीड़ितों की मानसिक और सामाजिक स्थिति को समझते हुए घरेलू उपचार, खानपान संबंधी सुझाव और विशेष तेल से मालिश जैसी विधियों से सुधार लाया जा रहा है। जिन गांवों में नशे के शिकार लोगों की संख्या अधिक पाई गई, वहां स्वास्थ्य विभाग और आयुष विभाग के सहयोग से विशेष नशा मुक्ति शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इन शिविरों में रक्त जांच के साथ-साथ एलोपैथिक, आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक दवाओं से उपचार किया गया। योग सत्र, खेलकूद की प्रेरणा और सामुदायिक भागीदारी ने इस अभियान को सामाजिक आंदोलन का रूप दे दिया है।
40 दिन में 45 मामले दर्ज
एस पी सिद्धांत जैन ने बताया कि बीते 40 दिन में ही जिले में एनडीपीएस के 45 मामले दर्ज किए गए। इसमें 18 मामले कमर्शियल क्वांटिटी के है। जिले में नशा विरोधी अभियान की शुरुआत तत्कालीन एसपी आस्था मोदी के समय शुरू की गई थी। 40 दिन पहले पदभार संभालने वाले एसपी सिद्धांत जैन ने अपनी गति तेज कर दी है। जिले में अभी तक 259 गांवों में से 190 गांव तथा कुल 85 वार्डों में से 41 वार्डों को नशा मुक्त घोषित किया जा चुका है। पिछले दिनों फतेहाबाद दौरे पर आए डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने कहा कि संभवतः फतेहाबाद जिला प्रदेश के पहला ड्रग मुक्त जिला बनेगा।
सप्लाई चेन तोड़ने के लिए बनाई प्रभावी रणनीति
पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा नशे की सप्लाई चेन को तोड़ने के लिए प्रभावी रणनीति तैयार की गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में वर्ष 2024 में नशा तस्करी संबंधी 438 केस वाणिज्यिक मात्रा के, 1985 मध्यवर्ती तथा 907 कम मात्रा के दर्ज किए गए। इस वर्ष हरियाणा पुलिस द्वारा विभिन्न प्रकार के मुकदमे दर्ज करते हुए 31 किलो 913 ग्राम हीरोइन, 265 किलो 70 ग्राम चरस, 8768 किलो 54 ग्राम गांजा,313 किलो 84 ग्राम अफीम, 382 किलो 27 ग्राम अफीम के पौधे, 15658 किलो 37 ग्राम भुक्खी, 48825 नशीली दवाइयां की बोतलें, 328560 नशीले कैप्सूल, 701526 नशीली गोलियां, 13453 नशीले इंजेक्शन की रिकवरी की गई है।