डाक्टरों पर लापरवाही के आरोप, बच्चे के पिता ने थाने में दी शिकायत
सोनीपत, 3 जून (हप्र)
शहर से सटे गांव रायपुर में पानी के टब में डूबने से नागरिक अस्पताल सोनीपत से पीजीआई रोहतक में रेफर की एक साल की बच्ची की मौत के मामले में मंगलवार को अभिभावकों ने थाने में पहुंचकर सोनीपत सिविल अस्पताल और पीजीआई रोहतक प्रबंधन के खिलाफ शिकायत दी। पिता ने आरोप लगाया कि बच्ची की मौत पीजीआई रोहतक में वेंटिलेटर नहीं मिलने से हो गई थी। शिकायत में दोनों अस्पताल में जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। गांव रायपुर में रहने वाले पवन ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी छोटी बेटी प्रियंसिता 31 मई को पानी के टब में डूब गई थी जिसे तुरंत ही नागरिक अस्पताल लेकर गए। वहां पर बच्ची को प्राथमिक उपचार दिया गया। चिकित्सक ने बच्ची को आक्सीजन देने के लिए वेंटिलेटर ट्यूब लगाई। इसके बाद बच्ची को रोहतक पीजीआई के लिए रेफर कर दिया। पवन ने बताया कि उन्होंने सिविल सर्जन से गुहार लगाई कि बच्ची की हालत ज्यादा खराब है, इसलिए उसका इलाज यहीं पर कर दीजिए, लेकिन उन्होंने नहीं सुनी। रात को करीब दो बजे बच्ची को लेकर वे लोग पीजीआई रोहतक पहुंचे।
बच्ची के पिता पवन ने आरोप लगाया कि रात दो बजे से 9 बजे तक बच्ची का कोई उपचार नहीं किया गया। जैसे सोनीपत से लेकर गए थे वैसे ही बेड पर लिटाए रखा गया। बच्ची के मुंह व नाक से खून आ रहा था। जब हमने पूछा तो डॉक्टर ने बताया कि वेंटिलेटर ट्यूब गलत लगाई गई है, इस पर उसे बदलने को कहा लेकिन ट्यूब नहीं बदली गई। बच्ची को वेंटिलेटर सपोर्ट देने का आग्रह किया गया लेकिन जवाब मिला की किसी बड़े डाक्टर की सिफारिश लगवाओ। अंत में बिना वेंटिलेटर के बच्ची जिंदगी की जंग हार गई। उन्होंने आरोप लगाया सोनीपत नागरिक अस्पताल और पीजीआई रोहतक के डाक्टर बच्ची की मौत के सीधे जिम्मेदार हैं। पवन ने पुलिस से , समाजिक कार्यकर्ता व अधिवक्ता देवेंद्र गौतम से न्याय की गुहार लगाी। देवेंद्र गौतम ने उन्हें मदद का आश्वासन दिया है।