रोहतक, 3 मई (हप्र)
डिप्लोमा वैटरनरी एसोसिएशन हरियाणा संबंधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य प्रधान बिजेंद्र सिंह बैनीवाल व महासचिव रामफल राहड़ ने वीएलडीए कर्मचारियों को कोरोना फ्रंटलाइन वारियर्स में शामिल करने की सरकार से मांग की है। राज्य प्रधान बिजेंद्र सिंह बैनीवाल ने बताया कि पशुपालन विभाग में सभी संस्थाएं पिछले साल लाकडाउन के दौरान भी खुली थी। अब भी हज़ारों कर्मचारी विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से प्रदेश के 6840 गांव में दिन रात पशुपालकों को सभी आवश्यक सेवाएं निर्बाध रूप से दे रहें हैं। उन्होंने कहा कि इस दौरान कर्मचारी पशुपालकों के घर-घर जाकर मुंह-खुर व गलघोंटू के टीकाकरण अभियान सहित गाय व भैंसों की दुग्ध प्रतियोगिताएं आयोजित करना, विशेष अभियान चलाकर पशु किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से लाखों पशुपालकों को लोन दिलवाना, पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान, कृमिशोधन व अन्य सेवाएं निर्बाध रूप से लगातार पशुपालकों को दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इन सबके बावजूद सरकार पशुपालन विभाग के कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है जिससे कर्मचारियों में भारी निराशा फैली हुई है।
ले रहे हैं कोरोना नमूने
यूनियन के राज्य वित्त सचिव नरेंद्र सांगवान, वरिष्ठ उप प्रधान शील सांगवान व उप महासचिव बिजेंद्र जांगड़ा ने बताया कि विभागीय सेवाओं के साथ ही वीएलडीए कर्मचारियों द्वारा कोरोना के सैंपल लेने व अन्य सेवाएं भी दी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार व राज्य सरकार द्वारा पशुपालन विभाग की सेवाएं आपातकालीन सेवाओं के रूप में अधिसूचित हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अन्य कर्मचारियों की भांति वीएलडीए कर्मचारियों को भी सरकार द्वारा फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स में शामिल किया जाए।