गुहला चीका, 25 अप्रैल (निस)
चीका कन्या महाविद्यालय के पूर्व कार्यवाहक प्राचार्य प्रो. राजिंदर अरोड़ा व डॉ. रवि शंकर ने अपनी चार्जशीट को रद्द करवाने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इसके चलते चीका का कन्या कालेज एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है।
महाविद्यालय के पूर्व कार्यवाहक प्राचार्य प्रो. राजिंदर अरोड़ा व जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष डॉ. रवि शंकर ने हाई कोर्ट में अपील दायर की है कि महाविद्यालय के कुछ शिक्षकों की बेबुनियाद व झूठी शिकायतों के आधार पर विधायक ईश्वर सिंह ने उन दोनों को चार्जशीट करवाया है। अपने हलफनामे में याचियों ने कहा है कि वर्ष 2022 में उपायुक्त कैथल के आदेश पर उन्होंने महाविद्यालय के तीन शिक्षकों रोहतास कुमार, जितेंदर कुमार व कंवलजीत के विरुद्ध एक जांच की थी। उस जांच में दोषी पाए गए एक शिक्षक जितेंदर को अभी हाल ही में छात्राओं को अश्लील वीडियो लिंक भेजने के मामले में कार्यभार मुक्त किया गया है।
याचियों ने बताया कि उपरोक्त तीनों शिक्षक विधायक के नजदीकी हैं, जिसके चलते पहले विधायक ने कार्यवाहक प्राचार्य को डरा-धमका कर जांच बंद करने का दबाव बनाया, परन्तु दबाव के आगे न झुकते हुए जांच कमेटी के संयोजक रवि शंकर ने जांच रिपोर्ट कार्यवाहक प्राचार्य को सौंप दी। तत्पश्चात जांच रिपोर्ट उपायुक्त कैथल को प्रेषित कर दी गई। सूत्रों के मुताबिक जांच कमेटी ने रोहतास कुमार व कवलजीत को एडवाइजरी भी जारी की थी। आरोप है कि उपरोक्त घटना के बाद तीनों शिक्षकों ने पूर्व प्राचार्य राजिंद्र अरोड़ा व रवि शंकर की झूठी शिकायतें विधायक से कर दी।
याचियों ने विधायक ईश्वर सिंह के साथ साथ उच्चत्तर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, उच्चत्तर शिक्षा विभाग के डायरेक्टर जनरल व उपायुक्त कैथल व महाविद्यालय के कुछ शिक्षकों को पार्टी बनाया है। याची राजेंद्र अरोड़ा व रवि शंकर ने बताया कि हाई कोर्ट में मामले की 13 मई को सुनवाई होनी है।
मेरे पास जब भी कोई व्यक्ति शिकायत लेकर आता है तो उसका निपटान करना मेरा दायित्व बनता है। इस मामले में भी मैंने जांच के लिए लिखा था। यदि दूसरा पक्ष उनके पास शिकायत लेकर आता वे उनकी बात भी सुनते और जांच के लिए लिखते। अब इन शिक्षकों ने वकील के बहकावे में आकर मेरे अलावा विभाग के कई उच्च अधिकारियों व डीसी को भी पार्टी बनाया है। समय आने पर मैं अपना जवाब कोर्ट में दर्ज करवाऊंगा।
-ईश्वर सिंह, विधायक, हलका गुहला।