12वीं के बाद करियर ऑप्शन चुनना कड़ी चुनौती : नरसीराम बिश्नोई
हिसार, 12 मई (हप्र)
गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार में सोमवार को पांच दिवसीय करियर काउंसलिंग कार्यशाला एक्सप्लोर योर फ्यूचर-जीजेयूएसटी का शुभारंभ हुआ। यह कार्यशाला 16 मई 2025 तक विश्वविद्यालय के चौधरी रणबीर सिंह सभागार में संचालित होगी। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य 12वीं पास विद्यार्थियों को उनकी रुचि अनुसार और भविष्य में प्लेसमेंट की दृष्टि से अलग-अलग विभागों के विशेषज्ञों द्वारा करियर काउंसलिंग की जाएगी।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने अपने संदेश में कहा कि यह कार्यशाला विद्यार्थियों के करियर के लिए अत्यंत उपयोगी होगी। 12वीं कक्षा के बाद विद्यार्थियों के लिए करियर ऑप्शन चुनना एक कड़ी चुनौती होती है। विश्वविद्यालय का प्रयास है कि विद्यार्थियों को उनकी योग्यता और रुचि के अनुसार उन्हें दाखिला मिले।
इसके लिए विश्वविद्यालय के विषय विशेषज्ञ विद्यार्थियों को सही करियर चुनने के लिए उनका मार्गदर्शन करेंगे। उन्होंने इस कार्यशाला के लिए करियर काउंसलिंग सेल को बधाई दी।
करियर काउंसलिंग सेल की निदेशिका डॉ. मोनिका ने बताया कि अक्सर विद्यार्थी अपने करियर को लेकर कंफ्यूज होते है कि अब आगे उन्हें क्या करना है? हालांकि कई बार उनके आसपास के लोग उन्हें सलाह दे देते है, लेकिन फिर भी उनके कई ऐसे सवाल होते हैं जिनके जवाब उन्हें मिल नही पाते हैं। कई बार कंफ्यूजन की वजह से या किसी गलत सलाह पर विद्यार्थी दिशाहीन होकर गलत रास्तों पर निकल पड़ते है। जिसका नतीजा बाद में ये होता है कि वे अपने करियर से बहुत ही कम समय में ऊब जाते है।
विद्यार्थियों के इसी कंफ्यूजन को दूर करने के लिए उन्हें करियर काउंसलर या एक्सपर्ट से मदद लेने की सलाह दी जाती है। अगर कोई विद्यार्थी समय रहते करियर काउंसलर की मदद ले लेता है, तो उसके सारे कंफ्यूजन दूर होकर उसे एक सही रास्ता और लक्ष्य नजर आता है। काउंसलर विद्यार्थियों के व्यक्तित्व और रुचियों को ध्यान में रखते हुए उनको करियर चुनने में मदद करते है। कार्यशाला में पहले दिन विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों का भारी उत्साह देखने को मिला।
करियर काउंसलिंग सेल के उप निदेशक डा. उसमान अली ने बताया कि विशेषकर भविष्य का भारत और उसमें कौशल की भूमिका को ध्यान रखते हुए विद्यार्थियों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की जानकारी देकर उसमें विषयों के मूल सिद्धांतों और उसमें तकनीकी शिक्षा के प्रति जागरूकता के साथ कौशल के महत्व पर जानकारी दी गयी।