सरबजीत सिंह भंगू
पटियाला, 7 जनवरी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा में कोताही के अारोपों को नकारते हुए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि प्रधानमंत्री की वापसी का मुख्य कारण रैली में लोगों का इकट्ठा न होना रहा। फिरोजपुर में रैली स्थल पर 70 हजार कुर्सियां लगाई गई थीं और सिर्फ 700 लोग ही वहां बैठे थे। कैप्टन अमरेंद्र सिंह तो खाली कुर्सियों को ही संबोधित करते रहे। परन्तु इसका दोष प्रधानमंत्री पंजाब सरकार पर मढ़ रहे हैं। चन्नी ने कहा कि पंजाब के लोगों द्वारा भाजपा को नकारने की बौखलाहट का गुस्सा प्रधानमंत्री को पंजाब को बदनाम करके नहीं निकालना चाहिए।
आज यहां पटियाला के दौरे पर आए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने पत्रकारों से बातचीत में अपनी सरकार की 100 दिनाें की कारगुजारी को बेहतर कहा। उन्होंने पंजाब वासियों से अपने 100 दिनों के कार्यकाल के आधार पर वोट भी मांगे। चन्नी ने कहा कि उनकी सरकार के 100 दिन का काम बादल व कैप्टन के साढ़े 14 साल के कार्यकाल से बेहतर है। उन्होंने कहा कि उन्हें मौका मिला तो वे पंजाब को बेहतर बना देंगे। उन्होंने पटियाला स्थित हरपाल टिवाणा आडिटोरियम में ‘विराट संत सम्मेलन’ में भी शिरकत की। उन्होंने समारोह को संबोधित करते हुए साधू समाज की नुमाइंदगी करते महंत आत्मा राम को सरकार में कैबिनेट रैंक देने का भी ऐलान किया।
गाड़ी से उतर मुख्यमंत्री विरोध कर रहे भाजपा नेताओं से मिले
राजपुरा (निस): राजपुरा में विकास रैली में बतौर मुख्य मेहमान आ रहे मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी का गगन चौक पर जिला भाजपा अध्यक्ष विकास शर्म की अ्गुवाई में भाजपा कार्यकर्ताओं ने काले झंडे से विरोध प्रदर्शन किया और कांग्रेस पार्टी मुर्दाबाद व मुख्यमंत्री चन्नी मुर्दाबाद के नारे लगाये। इस मौके पर चन्नी अपने काफिले को रोकपर गाड़ी से उतरे और नारे लगा रहे भाजपा नेताओं से मिले। भाजपा नेताओं ने जब प्रधानमंत्री के काफिले को रोकने व सुरक्षा में भारी चूक का कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया तो उन्होंने कहा कि मैंने कल भी कहा था कि मोदी जी पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं। अगर उन पर पंजाब में कोई गोली चलती तो पहली गोली मेरी छाती पर चलती। जब भाजपा नेताओं ने अपना विरोध जारी रखा तो वे फिर गाड़ी में बैठ कर चले गये।