हमले के मुख्यारोपी ने पेड़ से फंदा लगाकर किया सुसाइड, मां बोली-केस दर्ज होने से डिप्रेशन में था
बरनाला, 4 जून (निस)
कुछ दिन पहले बरनाला के थाना महलकलां के गांव हरदासपुरा में एक युवक पर लोगों ने हमला कर बुरी तरह से घायल कर दिया था। युवक पर पुलिस के सामने ही पुलिस की गाड़ी में लोगों ने तलवारों से हमला कर दिया था जिसे बाद में बठिंडा के एम्स में दाखिल करवाया गया था। मामले का वीडियो भी सामने आया था। अब मामले के मुख्यारोपी ने संगरूर जिले के गांव शेरपुर में पेड़ से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की मां चरणजीत कौर ने संगरूर पुलिस को दिए बयानों में बताया कि उसका गांव में ही झगड़ा हो गया था। इसमें पुलिस ने उस पर केस दर्ज कर लिया था, गिरफ्तारी के डर से उसने यह कदम उठाया। बता दें कि बहादुर सिंह ने संगरूर जिले के गांव टिब्बा में पेड़ से फंदा लगाकर जान दे दी थी। बता दें कि बरनाला में युवक पर जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने 28 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। इसमें बहादुर सिंह काे मुख्यारोपी बनाया गया था। वारदात के बाद सभी आरोपी गांव से फरार हो गए थे। इस मामले में पुलिस अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। बता दें कि 30 मई को सतपाल सिंह पर गांव के ही लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया था। थाना महल कलां प्रभारी इंस्पेक्टर कुलविंदर सिंह ने बताया कि 2 महिलाओं समेत 28 लोगों पर केस दर्ज किया था। तीन पकड़े जा चुके हैं। बाकी की तलाश में लगातार दबिश जारी है। बता दें कि हमले में बुरी तरह से घायल सतपाल सिंह बठिंडा एम्स में वेंटिलेटर पर है। उसकी पत्नी लखविंदर कौर को भी आरोपियों ने पीटा था, उसके सिर और पैर पर चोटें आई थीं। हमलावरों ने पुलिस के जाने के बाद सतपाल सिंह के पिता निरंजन सिंह और भाई पलविंदर सिंह की भी पिटाई की थी, वहीं घर में रखा सामान भी तोड़ दिया था।
बताया जा रहा है कि 27 मई को सतपाल सिंह ने पत्नी से छेड़छाड़ के आरोप में ग्रंथी बलजीत सिंह को पीटकर घायल कर दिया था। सुखदेव सिंह के बयान पर सतपाल पर इरादा कत्ल का केस दर्ज हुआ था। इस दौरान सुखदेव सिंह के परिवार को पता चला कि वह सतपाल सिंह घर में ही है। इस दौरान सुखदेव सिंह के बेटे और ग्रामीण उसके घर पहुंच गए।
सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई। इस दौरान जब आरोपी इकट्ठे हो गए तो सतपाल सिंह भागकर पुलिस की गाड़ी में बैठ गया लेकिन गांव वालों और आरोपियों ने उसे पुलिस की ही गाड़ी में जमकर पीटा था। इससे वह बुरी तरह से घायल हो गया था।