नयी दिल्ली/अमृतसर, 30 दिसंबर (एजेंसी)
सीमा पार से आए पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराने वाली अपनी ‘हिट’ टीम को एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार, सीमापार से लगातार ड्रोन के जरिए होने वाली मादक पदार्थों एवं हथियारों की तस्करी को रोकने के लिए जैमर और स्पूफर्स लगाने तथा बहुस्तरीय गश्त के लिए सुरक्षा बलों की तैनाती सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) द्वारा किए गए उपायों में से कुछ हैं। आधिकारिक आंकड़े के अनुसार, दोनों पड़ोसी देशों की सीमा के पास मजबूत बाड़बंदी के बीच लगातार ड्रोन का ”हमला” देखा जा रहा है, जिनमें सबसे अधिक पंजाब में तीन गुना से अधिक देखा गया है और मानवरहित यानों का आगमन पिछले वर्ष की तुलना में 2022 में कई गुना बढ़ गया है। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बीएसएफ द्वारा कुछ समय पहले सैनिकों को प्रेरित करने के मकसद से लिए गए नवीनतम नीतिगत निर्णय के अनुसार, ड्रोन खतरे से निपट रही सीमा पर बीएसएफ की प्रत्येक ‘हिट’ टीम जो राइफल फायरिंग या जैमिंग तकनीक का उपयोग करके किसी ड्रोन को मार गिराती है, को एक लाख रुपये के नकद प्रोत्साहन के साथ पुरस्कृत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अप्रैल में बीएसएफ के जालंधर स्थित पंजाब फ्रंटियर ने स्थानीय लोगों या उन लोगों के लिए इनाम की घोषणा की थी जो पाकिस्तान से मादक पदार्थ और हथियार प्राप्त करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करने वाले तत्वों के बारे में बीएसएफ को सूचित करते हैं। इस साल 25 दिसंबर तक बीएसएफ ने 22 ड्रोन मार गिराए हैं और अब तक मोर्चे पर तैनात एक दर्जन से ज्यादा ‘हिट’ या शूटिंग टीम को एक-एक लाख रुपये का इनाम दिया जा चुका है। उन्होंने कहा कि पुरस्कार पाने वाला कोई सैनिक या एक से अधिक लोग भी हो सकते हैं। यह मामला-दर-मामला निर्भर करता है। इस साल सभी 22 ड्रोन हमले पंजाब सीमा पर हुए हैं।