संगरूर, 1 मई (निस)
सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने विश्व मजदूर दिवस के मौके पर कहा कि आज विश्व मजदूर दिवस मनाया जा रहा है, लेकिन यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि अंग्रेजों के जाने के 77 साल बाद भी देश के गरीब मजदूरों की स्थिति में सुधार नहीं हुआ है। अरबोंपतियों का कर्ज माफ किया जा रहा है, लेकिन मजदूर-किसानों का नहीं।
सरकारों की जनविरोधी नीतियों के कारण अमीर और अमीर होते जा रहे हैं तथा गरीब और गरीब होते जा रहे हैं। मान ने कहा कि 1947 से अब तक बनी सभी सरकारों ने गरीब मजदूरों से केवल झूठे वादे किये हैं। मान ने कहा कि सरकारों की अनदेखी के कारण देश के मजदूरों की हालत बदतर हो गई है, जिसका उदाहरण पिछले दिनों देखने को मिला जब बेरोजगारी से तंग आकर दो युवा संसद में कूद पड़े, जिन्होंने कहा कि गरीब लोगों की दुर्दशा का सामना करते हुए सरकारों को स्थिति से अवगत कराने के लिए यह कदम उठाया गया है।
मान ने कहा कि वह रोजाना गांवों में जाते हैं और बड़ी संख्या में गरीब लोगों से मिलते हैं, जिनकी हालत बेहद दयनीय है। मान ने कहा कि देश की गरीब जनता की दयनीय स्थिति को बदलने के लिए देश की गरीब विरोधी सरकारों के खिलाफ एक जन आंदोलन खड़ा करने की जरूरत है।