पंजाब देश का पहला राज्य, जहां सरकारी खर्च पर होगा घायलों का इलाज : बलबीर सिंह
Punjab is the first state in the country where the injured will be treated at government expense: Balbir Singh
संगरूर, 11 मई (निस)
पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि पंजाब देश का पहला राज्य बन गया है, जो आतंकवादी हमलों या युद्ध की स्थिति में घायल हुए व्यक्तियों के इलाज का पूरा खर्च सरकार वहन करेगी। वह आज यहां मेडिकल कॉलेज पटियाला में नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों के लिए आयोजित आपातकालीन चिकित्सा तत्परता कार्यक्रम के अंतर्गत नर्सिंग छात्रों और मेडिकल प्रशिक्षुओं के लिए आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रशिक्षण और उन्नत जीवन समर्थन और आघात प्रबंधन सत्र की अध्यक्षता करने के लिए आए थे।
उन्होंने कहा कि पंजाब के प्रत्येक युवा और नागरिक को प्राथमिक चिकित्सा के प्रति पूर्ण रूप से सशक्त बनाना सरकार का मिशन है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आज के दौर में ड्रोन हमले या अन्य आपातकालीन दुर्घटनाएं बढ़ी हैं, इसलिए इस प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के माध्यम से नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों, नर्सिंग छात्रों और मेडिकल प्रशिक्षुओं के लिए आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रशिक्षण और आघात प्रबंधन सत्र प्रदान किए जा रहे हैं ताकि घायल दुर्घटना पीड़ितों को प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण प्रदान किया जा सके।
लोगों को करेंगे प्रशिक्षित
उन्होंने कहा कि इन स्वयंसेवकों को आपातकालीन स्थितियों के लिए विशेष रूप से तैयार किया जा रहा है ताकि वे दुर्घटनाओं या आपातकालीन घटनाओं के दौरान तत्काल और प्रभावी कार्रवाई कर सके। इनका काम घायल व्यक्ति का खून बहना रोकना, उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाना और आग में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना है। डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि इन चिकित्सा सेवाओं को घर बैठे उपलब्ध करवाने के लिए मेडिकल के विद्यार्थियों के अलावा अन्य स्ट्रीम के विद्यार्थियों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा, चाहे वे कॉमर्स, कंप्यूटर, आर्ट्स या अन्य स्ट्रीम के विद्यार्थी हों। उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण पाठ्यक्रम निरंतर जारी रहेंगे तथा पूरे पंजाब में आयोजित किये जायेंगे।
इस अवसर पर मीडिया से अनौपचारिक बातचीत करते हुए डॉ. बलबीर सिंह ने एक सवाल के जवाब में कहा कि पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों के साथ लगते जिलों में बुनियादी ढांचे में सुधार की मांग केंद्र सरकार के समक्ष रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती गांवों में रहने वाले लोगों द्वारा केंद्र सरकार से गांव स्तर पर अस्पताल, बुलेटप्रूफ बंकर, मवेशियों व बछड़ों की उचित सुरक्षा, कंटीली तार से आगे की जमीन का मुआवजा व अस्पतालों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की भी मांग की जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में परिवहन, स्वास्थ्य सुरक्षा और आर्थिक स्थिति को मजबूत करना पंजाब सरकार की प्राथमिकता है और इस संबंध में पूरी रिपोर्ट तैयार करके केंद्र सरकार को भेजी जाएगी।
इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज के निदेशक, प्राचार्य डाॅ. डॉ. राजन सिंगला, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विशाल चोपड़ा, सिविल सर्जन जगपाल इंदर सिंह, उप प्राचार्य एचओडी। चिकित्सा डॉ. आर.पी.एस. सिबिया, विभागाध्यक्ष. इस अवसर पर एनेस्थीसिया डॉ. प्रमोद, ऑर्थोपैडिक्स के प्रोफेसर डॉ. अमनदीप सिंह बख्शी, स्वास्थ्य अधीक्षक तेजिंदर सिंह के साथ-साथ मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर और विद्यार्थी मौजूद थे।

