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पंजाब सीमा पर लौटी शांति, लेकिन सुरक्षाबल अब भी अलर्ट पर

अमृतसर, 12 मई (ट्रिन्यू)भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम के बाद अमृतसर, गुरदासपुर और तरनतारन के सीमावर्ती गांवों में रहने वाले लोगों ने राहत की सांस ली है। हालांकि, सुरक्षा एजेंसियां किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए...
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अमृतसर, 12 मई (ट्रिन्यू)भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम के बाद अमृतसर, गुरदासपुर और तरनतारन के सीमावर्ती गांवों में रहने वाले लोगों ने राहत की सांस ली है। हालांकि, सुरक्षा एजेंसियां किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अभी भी सतर्क बनी हुई हैं।

सीमा क्षेत्र में पाकिस्तान द्वारा शनिवार को किए गए संघर्षविराम उल्लंघन के बाद सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। बॉर्डर रेंज के डीआईजी सतिंदर सिंह और अमृतसर (ग्रामीण) के एसएसपी मनिंदर सिंह ने कहा कि भले ही स्थिति में सुधार हुआ है, लेकिन चौकसी में कोई ढील नहीं दी गई है।

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इस बीच, अमृतसर के मजीठा क्षेत्र के वडाला वीरम गांव में एक खेत में 'मिसाइल जैसी वस्तु' मिलने से हड़कंप मच गया। वायुसेना और सेना के जवानों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर उसे अपने कब्जे में ले लिया।

क्या कहते हैं स्थानीय लोग

अजनाला के भिंडी औलख गांव के निवासी देसा सिंह ने बताया कि संघर्षविराम की घोषणा के बाद से सीमा पार से न तो कोई गोलीबारी हुई और न ही ड्रोन की कोई गतिविधि देखी गई।

उमरपुरा गांव के गुरनाम सिंह ने कहा कि युद्ध किसी समस्या का समाधान नहीं है। इससे सिर्फ बर्बादी होती है और दोनों ओर निर्दोष लोग मारे जाते हैं।

गुरदासपुर और पठानकोट में भी लौट रही है सामान्य स्थिति

गुरदासपुर और पठानकोट की सीमा से लगे लगभग 150 गांवों में भी अब शांति का माहौल है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस बार उन्हें सेना की ओर से गांव खाली करने के कोई निर्देश नहीं मिले।

तरनतारन के हालात

तरनतारन जिले के नौशेरा ढल्ला गांव के मनजिंदर सिंह मंणा ने कहा कि कुछ दिनों की तनावपूर्ण स्थिति के बाद अब जनजीवन सामान्य हो गया है। खेमकरण क्षेत्र में बाजार खुल गए हैं और लोग आवश्यक वस्तुएं खरीदने के लिए बाहर निकलने लगे हैं। गुरुद्वारे के सेवादार बाबा अजीत सिंह ने बताया कि बीते तीन दिनों से लोग काम पर नहीं जा सके थे, जिससे रोज़मर्रा की ज़िंदगी प्रभावित हुई।

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