वन-एक्ट प्ले, स्किट, वेस्टर्न वोकल सोलो और ग्रुप सांग ने जमाया रंग
चंडीगढ़, 3 फरवरी (ट्रिन्यू)
पंजाब विश्वविद्यालय में चल रहे 38वें एआईयू नॉर्थ जोन यूथ फेस्टिवल 2025 में पांच राज्यों के विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्रों को अपनी प्रतिभा का जलवा दिखा रहे हैं। पीयू इन दिनों छात्र-छात्राओं की कलात्मक अभिव्यक्ति और सांस्कृतिक उत्सव केंद्र बना हुआ है। रविवार से शुरू हुआ यह महोत्सव 5 फरवरी तक चलेगा। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, पंजाब, हिमाचल और चंडीगढ़ के युवाओं की रचनात्मकता, टीम वर्क और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित यह महोत्सव विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए संगीत, नृत्य, थिएटर और ललित कला में अपने कौशल प्रदर्शित करने के लिए एक प्रमुख मंच बन गया है। महोत्सव के दूसरे दिन कई मनमोहक प्रदर्शन और प्रतियोगिताएं हुईं, जिनमें वन-एक्ट प्ले (दूसरा दिन), स्किट, वेस्टर्न वोकल सोलो, ग्रुप सॉन्ग (भारतीय), क्लासिकल इंस्ट्रुमेंटल सोलो (नॉन-पर्कशन), ऑन-द स्पॉट पेंटिंग, क्ले मॉडलिंग, इंस्टालेशन, लोक/ आदिवासी नृत्य, भाषण और क्विज़ का अंतिम दौर शामिल हैं। प्रत्येक कार्यक्रम ने प्रतिभागियों की प्रतिभा और समर्पण को प्रदर्शित किया, जिससे दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। उत्सव का माहौल ऊर्जा से भर गया क्योंकि छात्रों ने स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना को अपनाते हुए अपनी कलात्मक कौशल का प्रदर्शन किया। चंडीगढ़ के डीजीपी सुरेंद्र सिंह यादव ने इस अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने इस महोत्सव के सफल आयोजन के लिए आयोजक टीम को बधाई दी। कुलपति प्रो. रेनू विग ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं। रजिस्ट्रार प्रो. वाईपी वर्मा भी उनके साथ थे। निदेशक युवा कल्याण रोहित शर्मा, डीन छात्र कल्याण (डब्ल्यू) प्रो सिमरित काहलों और एसोसिएट डीन छात्र कल्याण नरेश कुमार भी उपस्थित थे।
कल तीसरे दिन शास्त्रीय नृत्य (भारतीय), माइम, मिमिक्री, लाइट वोकल (भारतीय), रंगोली, आर्केस्ट्रा, स्पॉट फोटोग्राफी, मेहंदी और लोक प्रस्तुतियां होंगी। प्रत्येक बीतते दिन के साथ, फेस्ट न केवल युवा कलाकारों की कलात्मक क्षमता को उजागर कर रहा है, बल्कि सांस्कृतिक बंधन को भी मजबूत कर रहा है और एक भव्य मंच पर रचनात्मक अभिव्यक्ति को प्रोत्साहित कर रहा है।